ऐसा माना जाता है कि यदि घर की आर्थिक परेशानिया है और आप उन्हें दूर करना चाहते है तो इन उपायो करने से घर में सुख शांति बनी रहती है और आप मालामाल हो सकते है, यंहा पर कुछ उपाय दिए जा रहे है जिनको करने से परिवार के हर सदस्य को हर कार्य में सफलता ही सफलता मिलती है -
मेष: प्रतिदिन घर के दक्षिण भाग में गुड़ की छोटी सी डली छोड़कर प्रस्थान करें। यह कार्य जब भी बाहर निकलें, तब अवश्य करें। इससे कार्य में प्रगति होगी तथा यात्रा में सफलता मिलेगी।
वृष: कच्चे चावल सफेद गाय को खिलाने से धन लाभ होगा। शुक्रवार से रोजाना यह प्रक्रिया आरंभ कर दें। चावल की मात्रा अपनी हथेली के अनुसार रखें।
मिथुन: बुधवार के दिन खड़े मूंग का दान, सुहागन को सुहाग का सामान तथा सफेद गाय को हरी घास खिलाने से कई दोष दूर होंगे। खासकर वायव्य कोण (घर की पश्चिम-उत्तर दिशा) में पैसा रखना आपके लिए शुभ होगा, इससे आप अवश्य लाभान्वित होंगे।
कर्क: घर के पश्चिम में कबूतरों को ज्वार के दाने चुगाना, आपके लिए लाभकारी होगा। नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है तथा परिवार में शांति बनी रहती है।
सिंह: तांबे के लोटे में जल लें, उस जल से अपने घर के पूर्वी भाग गीला करें, उस स्थान पर दूर्वा अर्पित करें। ऐसा करने से शुभ समाचार तथा घर में बुजुर्गों को स्वास्थ्य लाभ होगा।
कन्या: अपने घर की उत्तर दिशा में हरी घास को गायों के लिए छोड़ दें तथा हो सके तो किसी भिक्षुक को खड़ा मूंग व गुड़ का दान करें। यह करने से घर की उत्तर दिशा में लक्ष्मी का वास होगा तथा अपव्यय रुकेगा। साथ ही रुका धन प्राप्त होगा।
तुला: शुक्रवार को प्रात: घर के वायव्य कोण (पश्चिम-उत्तर दिशा) में सफेद कपड़े में चावल बांधकर लटका दें। ऐसा करने से मांगलिक कार्य में गति आएगी तथा वैवाहिक कार्य में सफलता मिलेगी।
वृश्चिक: अपने घर के दक्षिण-पूर्व कोने में जौ लाल कपड़े में बांधकर रखें। ऐसा करने से बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करेगी। बच्चों पर शुभ असर होगा तथा वे स्वस्थ रहेंगे।
धनु: घर का ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) आपकी साधना के लिए श्रेष्ठ है। यहां पर भगवान विष्णु की शत् नामावली या सहस्त्र नामावली का पाठ करें। ऐसा करने से रोग दोष से निवृत्त होकर घर में प्रगति का माहौल बनेगा।
मकर: घर के पश्चिम में हरी या श्याम तुलसी का पौधा लगाएं तथा निरंतर सींचें। ऐसा करने से रुके कार्यों में प्रगति होगी। मांगलिक कार्य के साथ आर्थिक लाभ के योग बनेंगे।
कुंभ: घर की पश्चिम-उत्तर दिशा को स्वच्छ रखें तथा उपयोगी कागजात को ही वहां स्थान दें। यदि स्टोरेज की स्थिति निर्मित होती है तो स्थान परिवर्तन करें एवं मनी प्लांट लगाएं।
मीन: घर की पूर्वोत्तर दिशा में देवताओं को स्थान दें तथा प्रयास करें कि देव घर व किचन साथ न हो या चूल्हे की सीध में देवता का स्थान न हो। परिवर्तन कर ईष्ट को साधें। विशेष तौर पर लक्ष्मीनारायण की उपासना आपको भूमि-भवन का लाभ देगी।
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