मित्रो आज में आप लोगों से राहु देव के विषय में कुछ बात करना चाहता हूँ। राहु के पास कोई फिजिक नही है। बो आँखों से देखे जाएँ सूर्य चन्द्र की तरह ऐसा सम्भव नहीं क्यूंकि राहु देव आकाश मण्डल में अन्य सात ग्रहों की तरह उपस्थिती नहीं रखते राहु का कैसा भी स्वरूप नहीं है बो तो एक एनर्जी है जिसे ग्रेविटी कहते हैं। ग्रेविटी के विषय में ज्यादातर लोगों को मालूम होगा की वह क्या है। जिन लोगों को नहीं पता उनके लिए में बता देता हूँ। धरती पर जो भी जीव जन्तु इंसान पेड़ पौधे इमारतें आदि हैं। ईए सब ग्रेविटी के कारण ही धरती पर खड़ी हैं। और ऊपर फेंकने के बाबजूद धरती पर ही गिरती हैं । मतलब राहु के प्रभाब के बिना धरती पर जीवन सम्भव नहीं। तो एस्ट्रोलॉजी के आधार पर देखें तो राहु एक बहुत ही बड़ी शक्ति हैं।
राहु के विषय में जियोतिष में एक बात प्रचलित है की जिसे राहु तारे उसे कौन मारे और जिसे राहु मारे उसे कौन तारे। कारण भी हैं क्यूंकि जब किसी व्यकित की कुंडली में राहु अच्छे हों तो अच्छे सूर्य जैसे फ़ल देते हैं। और जब राहु बुराई पर आ जाएँ तो जीते जी ही नर्क से भी बुरे हालात बना देते हैं।
राहु देव के लिए कुंडली में घर 3 और घर6 ही अच्छे कहे गए हैं। जब किसी कुंडली में राहु के साथ मंगल हों तो भी राहु काबू में रहता है।या मंगल घर 12 खुले आकाश में हों तो भी राहु बुरा नहीं कर पाता कारण राहु को हाथी और मंगल को महावत कहा जाता है। महावत हाथी को काबू में रखता है।
इसके आलावा राहु घर 4 चन्द्र के पक्के घर में भी ज्यादा बुरे नही होते किउंकि घर 4 के मालिक चन्द्र को सभी ग्रहों की माता माना जाता है ।तो राहु माँ के घर 4 में खुद तो ज्यादा बुरे नही होते पर घर 4 से सम्बंधित मन और घर की शांति भंग कर देते हैं। माँ के जीवन में किच किच का माहौल बन जाता है।माँ की फिजिक में भी परेशानी या दर्द रहता हैं।
अब में राहु अच्छे हों तो क्या सुख मिलेंगे बताता हूँ। अच्छे राहु बाला व्यकित बड़े से बड़े काम को आसानी से पूरा करता है।किसी भी फसे हुए काम को आसानी से चुटकी में ही हल कर देगा।
बोलने चालने में हाजिर जबाब होगा। अच्छा ओहदा होगा। सरकार में और सरकारी अधिकारियो से अच्छा सम्बन्ध होगा। उसकी सलाह ले के काम किया जाये तो सफलता मिलेगी। उसको घर परिवार रुपया पैसा प्रॉपर्टी के सम्बन्ध में कोई परेशानी नहीं होगी। इज्जत मान सम्मान पूरा। क्यूंकि अच्छा राहु सूर्य का ही दूसरा रूप है।
राहु बुरे हों तो कोई सुख नहीं।घर परिवार में नित नई परेशानी खड़ी रहती है। छलावा पीछा करता रहता है।अकस्मात परेशानी एक्सिडेंट होते हैं। झूठे इल्जाम लगते हैं। बीमारी पकड़ लेती है बो भी ऐसी की डॉक्टर को आसानी से पकड़ में ना आये। पढ़ाई लिखाई का फायदा नहीं मिलता। घर के बुजर्ग खुद परेशानी में और बच्चों को भी बुजुर्गों का सुख या उनसे पैसा प्रॉपर्टी नहीं मिलती।
राहु के विषय में जियोतिष में एक बात प्रचलित है की जिसे राहु तारे उसे कौन मारे और जिसे राहु मारे उसे कौन तारे। कारण भी हैं क्यूंकि जब किसी व्यकित की कुंडली में राहु अच्छे हों तो अच्छे सूर्य जैसे फ़ल देते हैं। और जब राहु बुराई पर आ जाएँ तो जीते जी ही नर्क से भी बुरे हालात बना देते हैं।
राहु देव के लिए कुंडली में घर 3 और घर6 ही अच्छे कहे गए हैं। जब किसी कुंडली में राहु के साथ मंगल हों तो भी राहु काबू में रहता है।या मंगल घर 12 खुले आकाश में हों तो भी राहु बुरा नहीं कर पाता कारण राहु को हाथी और मंगल को महावत कहा जाता है। महावत हाथी को काबू में रखता है।
इसके आलावा राहु घर 4 चन्द्र के पक्के घर में भी ज्यादा बुरे नही होते किउंकि घर 4 के मालिक चन्द्र को सभी ग्रहों की माता माना जाता है ।तो राहु माँ के घर 4 में खुद तो ज्यादा बुरे नही होते पर घर 4 से सम्बंधित मन और घर की शांति भंग कर देते हैं। माँ के जीवन में किच किच का माहौल बन जाता है।माँ की फिजिक में भी परेशानी या दर्द रहता हैं।
अब में राहु अच्छे हों तो क्या सुख मिलेंगे बताता हूँ। अच्छे राहु बाला व्यकित बड़े से बड़े काम को आसानी से पूरा करता है।किसी भी फसे हुए काम को आसानी से चुटकी में ही हल कर देगा।
बोलने चालने में हाजिर जबाब होगा। अच्छा ओहदा होगा। सरकार में और सरकारी अधिकारियो से अच्छा सम्बन्ध होगा। उसकी सलाह ले के काम किया जाये तो सफलता मिलेगी। उसको घर परिवार रुपया पैसा प्रॉपर्टी के सम्बन्ध में कोई परेशानी नहीं होगी। इज्जत मान सम्मान पूरा। क्यूंकि अच्छा राहु सूर्य का ही दूसरा रूप है।
राहु बुरे हों तो कोई सुख नहीं।घर परिवार में नित नई परेशानी खड़ी रहती है। छलावा पीछा करता रहता है।अकस्मात परेशानी एक्सिडेंट होते हैं। झूठे इल्जाम लगते हैं। बीमारी पकड़ लेती है बो भी ऐसी की डॉक्टर को आसानी से पकड़ में ना आये। पढ़ाई लिखाई का फायदा नहीं मिलता। घर के बुजर्ग खुद परेशानी में और बच्चों को भी बुजुर्गों का सुख या उनसे पैसा प्रॉपर्टी नहीं मिलती।
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