एक लड़के के आपात आपरेशन के लिए एक फोन के बाद
डाक्टर जल्दी जल्दी अस्पताल में प्रवेश करतेहैं....
उन्होंने तुरंत अपने कपडे बदल कर सर्जिकल गाउन
पहना,
ऑपरेशन के लिए खुद को तैयार किया और ऑपरेशन
थियेटर की तरफ चल पड़े...
हॉल में प्रवेश करते ही उनकी नज़र लड़के की माँ पर
जाती है जो उनका इंतज़ार करती जान
पड़ती थी और बहुत व्याकुल भी लग रही थी.
डॉक्टर को देखते ही लड़के की माँ एकदम गुस्से से
बोली : आपने आने इतनी देर क्यों कर दी..?
आपको पता नहीं है कि मेरे बेटे की हालत बहुत गंभीर है..?
आपको अपनी जिम्मेदारी का अहसास है
की नहीं..??
डॉक्टर मंद मंद मुस्कुराते हुए कहता है : मैं
अपनी गलती के लिए आपसे
माफ़ी मांगता हूँ... फोन आया तब मैं अस्पताल में नहीं था,
जैसे ही खबर मिली मैं तुरंत अस्पताल के लिए निकल
पड़ा..
रास्ते में ट्रैफिक ज्यादा होने
की वजह से थोड़ी देर हो गयी.
अब आप निश्चिन्त रहो मैं आ गया हूँ भगवान की मर्ज़ी से सब ठीक हो जाएगा..
अब आप विलाप करना छोड़ दो..
''इस पर लड़के की माँ और ज्यादा गुस्से से : विलाप
करना छोड़ दूं मतलब..?
आपके कहने का मतलब क्या है..?
मेरे बच्चे को कुछ हो गया होता तो.?
इसकी जगह आपका बच्चा होता तो आप
क्या करते..??
डॉक्टर फिर मंद मंद मुस्कुराते हुए : शांत हो जाओ
बहन,
जीवन और मरण वो तो भगवान के हाथ में है,
मैं तो बस एक मनुष्य हूँ,
फिर भी मैं मेरे से जितना अच्चा प्रयास
हो सकेगा वो मैं करूँगा.. बाकी आपकी दुआ और भगवान की मर्ज़ी..!
क्या अब आप मुझे ऑपरेशन थियेटर में जाने देंगीं.??
डॉक्टर ने फिर नर्स को कुछ सलाह दी और ऑपरेशन
रूम में चले गए.. कुछ घंटे बाद डॉक्टर प्रफुल्लित मुस्कान
लिएऑपरेशन रूम से बाहर आकर लड़के की माँ से कहते
हैं : भगवान का लाख लाख शुक्र है
की आपका लड़का सही सलामत है,
अब वो जल्दी से ठीक हो जाएगा और
आपको ज्यादा जानकारी मेरा साथी डॉक्टर दे देगा..
ऐसा कह कर डॉक्टर तुरंत वहां से चल पड़ते हैं..
लड़के की माँ ने तुरंत नर्स से पुछा : ये डॉक्टर साहब
को इतनी जल्दी भी क्या थी.?
मेरा लड़का होश में आ जाता तब तक तो रूक जाते
तो क्या बिगड़ जाता उनका..?
डॉक्टर तो बहुत घमंडी लगते हैं''
ये सुनकर नर्स की आँखों में आंसू आ गए और
कहा :''मैडम !
ये वही डॉक्टर हैं जिनका इकलौता लड़का आपके
लड़के की अंधा धुंध ड्राइविंग की चपेट में
आकरमारा गया है..
उनको पता था की आपके लड़के के कारण ही उनके इकलौते लड़के की जान गयी है फिर भी उन्होंने
तुम्हारे लड़के की जान बचाई है... और जल्दी वो इसलिए चले गए क्यों कि वे
अपने लड़के की अंतिम क्रिया कर्म अधूरी छोड़
करआ गए थे...!!
MORAL = :''कर्तव्य मेरा सर्वोपरि''
डाक्टर जल्दी जल्दी अस्पताल में प्रवेश करतेहैं....
उन्होंने तुरंत अपने कपडे बदल कर सर्जिकल गाउन
पहना,
ऑपरेशन के लिए खुद को तैयार किया और ऑपरेशन
थियेटर की तरफ चल पड़े...
हॉल में प्रवेश करते ही उनकी नज़र लड़के की माँ पर
जाती है जो उनका इंतज़ार करती जान
पड़ती थी और बहुत व्याकुल भी लग रही थी.
डॉक्टर को देखते ही लड़के की माँ एकदम गुस्से से
बोली : आपने आने इतनी देर क्यों कर दी..?
आपको पता नहीं है कि मेरे बेटे की हालत बहुत गंभीर है..?
आपको अपनी जिम्मेदारी का अहसास है
की नहीं..??
डॉक्टर मंद मंद मुस्कुराते हुए कहता है : मैं
अपनी गलती के लिए आपसे
माफ़ी मांगता हूँ... फोन आया तब मैं अस्पताल में नहीं था,
जैसे ही खबर मिली मैं तुरंत अस्पताल के लिए निकल
पड़ा..
रास्ते में ट्रैफिक ज्यादा होने
की वजह से थोड़ी देर हो गयी.
अब आप निश्चिन्त रहो मैं आ गया हूँ भगवान की मर्ज़ी से सब ठीक हो जाएगा..
अब आप विलाप करना छोड़ दो..
''इस पर लड़के की माँ और ज्यादा गुस्से से : विलाप
करना छोड़ दूं मतलब..?
आपके कहने का मतलब क्या है..?
मेरे बच्चे को कुछ हो गया होता तो.?
इसकी जगह आपका बच्चा होता तो आप
क्या करते..??
डॉक्टर फिर मंद मंद मुस्कुराते हुए : शांत हो जाओ
बहन,
जीवन और मरण वो तो भगवान के हाथ में है,
मैं तो बस एक मनुष्य हूँ,
फिर भी मैं मेरे से जितना अच्चा प्रयास
हो सकेगा वो मैं करूँगा.. बाकी आपकी दुआ और भगवान की मर्ज़ी..!
क्या अब आप मुझे ऑपरेशन थियेटर में जाने देंगीं.??
डॉक्टर ने फिर नर्स को कुछ सलाह दी और ऑपरेशन
रूम में चले गए.. कुछ घंटे बाद डॉक्टर प्रफुल्लित मुस्कान
लिएऑपरेशन रूम से बाहर आकर लड़के की माँ से कहते
हैं : भगवान का लाख लाख शुक्र है
की आपका लड़का सही सलामत है,
अब वो जल्दी से ठीक हो जाएगा और
आपको ज्यादा जानकारी मेरा साथी डॉक्टर दे देगा..
ऐसा कह कर डॉक्टर तुरंत वहां से चल पड़ते हैं..
लड़के की माँ ने तुरंत नर्स से पुछा : ये डॉक्टर साहब
को इतनी जल्दी भी क्या थी.?
मेरा लड़का होश में आ जाता तब तक तो रूक जाते
तो क्या बिगड़ जाता उनका..?
डॉक्टर तो बहुत घमंडी लगते हैं''
ये सुनकर नर्स की आँखों में आंसू आ गए और
कहा :''मैडम !
ये वही डॉक्टर हैं जिनका इकलौता लड़का आपके
लड़के की अंधा धुंध ड्राइविंग की चपेट में
आकरमारा गया है..
उनको पता था की आपके लड़के के कारण ही उनके इकलौते लड़के की जान गयी है फिर भी उन्होंने
तुम्हारे लड़के की जान बचाई है... और जल्दी वो इसलिए चले गए क्यों कि वे
अपने लड़के की अंतिम क्रिया कर्म अधूरी छोड़
करआ गए थे...!!
MORAL = :''कर्तव्य मेरा सर्वोपरि''
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