Saturday, December 20, 2014

तुला 2015 : जानिए कैसे बीतेगा आपका यह साल

तुला  2015 : जानिए कैसे बीतेगा आपका यह साल
तुला राशि वाले सुन्दर, स्वस्थ व आकर्षक शरीर वाले होते हैं। ये कला के क्षेत्र में उत्तम सफल होते हैं। इकहरे शरीर वाले होते हैं। इनका पारिवारिक जीवन शुक्र की स्थिति पर अधिक निर्भर रहता है। शुक्र स्वराशि या उच्च का हो तो सुखद जीवन कहा जा सकता है। 
जनवरी 
इस माह पारिवारिक सुख अच्छा रहेगा। भूमि-भवन और वाहन खरीदने के योग अच्छे बन रहे हैं। समाज में मान-सम्मान मिलेगा। नौकरी में हैं तो तरक्की मिलने की प्रबल संभावना है। व्यापार में भी नए अवसर मिलेंगे। शत्रु परास्त होंगे, खर्च अधिक और आय थोड़ी कम रहेगी।  
फरवरी  
इस माह भाग्य थोड़ा कमजोर है अतः केवल भाग्य भरोसे कोई काम न करें। आय में थोड़ी कमी रहेगी अतः खर्च पर नियंत्रण रखें। शत्रु हो सकते हैं, पर परास्त भी होंगे। परेशानियों में आपकी आंतरिक क्षमता और दूरदर्शिता काम आएगी। अपने निर्णय से किसी बड़े व्यापारिक कार्य को अंजाम दे सकते हैं।  
मार्च  
यह माह थोड़ा सावधानी रखने वाला है। धन के मामले में सफलता का योग कम है। वैवाहिक जीवन में थोड़ी परेशानी या जीवनसाथी से मतभेद उत्पन्न हो सकता है। संतान से भी कोई कष्ट या उसके कारण थोड़ी मानसिक परेशानी उठानी पड़ सकती है। शरीर में कमर के नीचे थोड़ा कष्ट का योग बन रहा है अतः सावधानी बरतें। 
अप्रैल 
इस माह मन प्रसन्नतादायक रहेगा और सुख-शांति की अनुभूति होगी। जीवनसाथी से संबंध सुधरेंगे। नए प्रेम-प्रसंग बन सकते हैं। कुछ नए संबंध बनने की भी संभावना बन सकती है। जमीन-जायदाद के मामलों में आशातीत सफलता मिलेगी। नवीन वाहन का योग भी बन रहा है, भौतिक सुखों की वृद्धि रहेगी।  
मई  
इस माह आय में वृद्धि होगी। पराक्रम बहुत बढ़ेगा। मान-सम्मान की स्थिति बनेगी। विपरीत लिंगियों के प्रति आकर्षण बहुत अधिक रहेगा। शत्रुओं पर बहुत प्रभाव रहेगा। कर्ज से मुक्ति मिलेगी। कोई सुदूर यात्रा होने की संभावना बन रही है, घर से दूरी बनेगी। भाग्य पक्ष कमजोर रहेगा अतः केवल भाग्य भरोसे कोई काम न करें।  
जून  
इस माह जरा सावधानी बरतें, दुर्घटना का योग बन रहा है। वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतें। सरकार से संबंधित कार्यों में बहुत सफलता मिलेगी। मान-सम्मान खूब मिलेगा। किसी कार्य के लिए बहुत सराहना मिल सकती है। पारिवारिक सुख में थोड़ी कमी, जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद पनप सकता है।
जुलाई 
इस माह भाग्य साथ देगा, साथ ही पराक्रम भी खूब बढ़ेगा। नए कार्यों का शुभारंभ और उससे लाभ मिलेगा। शत्रु परास्त होंगे और कर्ज से मुक्ति मिलेगी। परिवार में कोई शुभ कार्य होगा। यात्रा आरामदायक और परिणामदायक होगी। नए संबंधों से लाभ मिलेगा। जीवनसाथी के सहयोग से किसी कार्य में सफलता मिलेगी और उनके कारण लाभ होगा।
अगस्त  
यह माह पराक्रम बहुत बढ़ा-चढ़ा रहेगा। सगे-संबंधियों से संबंध अच्छे होंगे। भाई-बहनों और मित्रों का भरपूर साथ मिलेगा। इनसे पहले से चली आ रही कोई नाराजगी खत्म होगी। राजनीतिक क्षेत्र में सफलता का बहुत अच्छा योग है। जो लोग सरकारी क्षेत्रों के लिए कार्य कर रहें हैं उन्हें यह मास बहुत लाभदायक होगा।  
सितंबर 
इस माह शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होंगे। कर्ज और रोग से मुक्ति मिलेगी। भूमि-भवन और वाहन खरीदने का बहुत ही अच्छा योग है। आय में भी अप्रत्याशित वृद्धि होगी। किसी बड़ी प्रतियोगिता-परीक्षा में सफलता का योग बन रहा है अतः पूरे उत्साह से शामिल हों। 
अक्टूबर  
इस माह आय के स्रोत एक से ज्यादा होंगे। कहीं न कहीं से धन आता रहेगा। किसी से विवाद के कारण भी धन प्राप्त होने की संभावना बन रही है। यात्राएं हो सकती हैं जिनका तत्काल कोई परिणाम नहीं निकलेगा। शत्रुओं पर प्रभाव कायम रहेगा। शिक्षा के क्षेत्र में सफलता तथा संतान के किसी कार्य से मन प्रसन्न रहेगा।  
नवंबर  
इस माह निर्णय लेने की क्षमता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी। वाणी गंभीर और तार्किक क्षमता अच्छी रहेगी। प्रभावशाली लोगों से संबंध बनेगा और उन पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा। धन एक से अधिक स्रोतों से आएगा। व्यापार में सफलता और यदि नौकरी में हैं तो तरक्की का योग बनेगा।  
दिसंबर  
इस माह भौतिक सुखों में खूब वृद्धि होगी। मन और बुद्धि सही दिशा में काम करेगी। वाणी कभी-कभी कठोर होगी जिसके कारण कुछ नुकसान हो सकता है। अतः सलाह है कि थोड़ा शांत रहने का प्रयास करें फिर भी निर्णय सही दिशा में होंगे। आय प्राप्त करने में कठिनाई होगी और खर्च नियंत्रण से बाहर रहेगा।  
तुला राशि वालों के लिए विशेष- 
तुला राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़े साती का अंतिम चरण का पहला पक्ष रहेगा अतः कुछ राहत महसूस करेंगे। कर्ज और शत्रुओं से मुक्ति मिलने लगेगी फिर भी आय अभी उस गति से नहीं होगी, जैसी अपेक्षित है। चोट-चपेट की संभावना रहेगी। 
निम्न उपाय भी कर सकते हैं- 
1. रुद्र गायत्री जप 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात' का नियमित जप अत्यंत लाभकारी होगा।

2. धन की समस्या यदि अधिक हो तो शनिवार को सायंकाल सरसों का तेल पहले लगाएं फिर स्नान करें। 

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