Monday, April 29, 2013

कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन


ज्ञान लक्ष्य (एनजीओ) द्वारा ज्वाला पुरी में महिलायों के प्रजनन स्वास्थ्य सम्बन्धी अधिकारों पर दो दिवसीय कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया . कार्यक्रम का सुभारम्भ ज्ञान लक्ष्य (एनजीओ)के प्रधान श्री रघुवीर सिंह गाडेगाँवलिया जी ने अन्य मुख्य मेहमानों के साथ दीप प्रज्वलित करके किया. कार्यक्रम में दोनों दिन लगभग दो सो महिला व पुरुषो ने भाग लिया. श्री बृज मोहन सिंह ने कन्या भूर्ण हत्या व देश में पुरुषो कि अपेक्षा लगातार कम होती जा रही महिलायों की संख्या से समाज व महिलायों पर पड़ रहे बुरे प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा की. 
दुसरे दिन राष्ट्रीय महिला सेल ज्ञान लक्ष्य (एनजीओ) कि सदस्य सचिव श्रीमती रजनी सिंह जी का स्वागत श्री बालाजी मंदिर के प्रधान श्री धर्मेंद्र सिंह जी ने ज्वाला पुरी क्षेत्र कि तरफ से फूलों के गुलदस्ते से उनका स्वागत किया और ज्वाला पुरी क्षेत्र में इस संवेदनशील विषय पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए आभार प्रकट किया.

श्रीमती
प्रेमवती जी कहा कि कार्यक्रम में महिलायों के विषय पर इतनी भारी संख्या में पुरुषो को भी देखकर उनको बड़ी ख़ुशी हुई है. हमारा अनुभव कहता हैं कि अधिकांश कन्या भूर्ण हत्या या लिंग जाँच के मामलों में या तो पुरुषो का ही दबाव होता हैं या अपने माता पिता व अन्य के साथ उनकी सहमती होती हैं. इसिलए अगर पुरुषो की मानसिकता कन्या भूर्ण हत्या के मामले में बदल जाये और लड़की के पैदा होने में सकारात्मक सोच अपना ले तो शायद कोई भी महिला गर्भपात नहीं करवाना चाहेगी. अगर गर्भपात ना करवाने के निर्णय में पुरुष या पति महिला का साथ दे तो महिलाये अन्य किसी के दबाव में नहीं आ सकती. इन मामलो में हमें पुरुष मानसिकता को बदलना होगा.
श्री रघुवीर सिंह गाडेगाँवलिया ने कहा की कुछ समय पहले कन्या भूर्ण हत्या नामक बुराई हमारे समाज में नहीं थी लेकिन अब यह तेजी से फ़ैल रही हैं. हमारा फर्ज बनता हैं कि हम इसका बहिष्कार करे. मैं कई राज्य में पंचायत के काम से जाता हूँ, मैं वहा भी इसका बहिष्कार करने के लिए लोगो व पंचायतो से अपील करूँगा.
अन्य उपस्थित सभी वक्ताओ ने कन्या भूर्ण हत्या के दुष्परिणामों व इस सामाजिक बुराई को देश से समाप्त करने के लिए इसका बहिस्कार करने की अपील की. श्रीमती वीणा कुमारी
 ने बताया कि दिल्ली सरकार दुवारा चलायी जा रही लाडली योजना ने लडकियों के पालन पोषण व पढाई में बहुत बड़ा योगदान किया हैं. जिससे लडकिया माँ बाप पर बोझ होती हैं इस धरना को समाप्त करने में इस योजना ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई हैं. भारत सरकार व अन्य सभी राज्यों में लडकियों कि पढाई निशुल्क की हुई है तथा बहुत सारी योजनाये चल रही हैं.
उपस्थित सभी महिलायों ने कहा कि हमने पहली बार इस तरह के कार्यक्रम में भाग लिया हैं और हमें बड़ा ही अच्छा लगा कि सरकार व संस्था महिलायों कि हितो के लिए कार्य कर रही है. इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहने चाहिए जिससे समाज में महिलायों कि प्रति नजरिया बदले.

NOTICE
RTI - Right to Information Act. Passed by the Govt. of India in year 2005 allows an Indian Citizen to access any government information which falls under the public domain purview and to create transparency in Government work.
नोटिस
भारत सरकार द्वारा वर्ष 2005 में आरटीआई - सूचना का अधिकार अधिनियम पारित कर दिया है. जो एक भारतीय नागरिक कों किसी भी सरकार की जानकारी जो सार्वजनिक डोमेन दायरे में आता है उसे जानकारी के रूप में अच्छी तरह से जानने के लिए और सरकार के काम में पारदर्शिता बनाने के लिए अनुमति देता है.

Friday, April 26, 2013

Hanuman Jayanti Celebration


The Lord Hanuman Jayanti during Chaitra Purnima is the most popular one in North Indian states. Hanuman Jayanti is celebrated by the Hindus from all over the world. Hanuman Jayanti celebrations
takes place at the Hanuman temples everywhere. They offer their prayers to the deity by chanting Hanuman Chalisa and Aarti.
The Lord Hanuman is the symbol of strength and energy. He was born to (Wind-God) Kesari and Anjani. According to legends he was born as a monkey god to serve Parmatama Lord Ram. He is worshipped in folk tradition as a deity with magical powers and the ability to conquer evil spirits.
The Lord  Hanuman Jayanti is considered as a main festival of Hindus all over the country. The Lord Hanuman's (Balaji) birthday festival was celebrated on Thursday 25th April 2013 by All Rajasthani Community. Hanuman Jayanti celebrations had been held at Shri Balaji Mandir situated at DSIDC Community Work Centre, Lal Building, Jawala Puri, Sunder Vihar, New Delhi-110087 under the aegis of Shri Balaji Mandir Sewa Samiti (Jawala Puri) with pomp and show. According to Pt Tara Chand, Priests give bath to the idol of lord Hanuman and spread oil and sindoor all over the idol & after idol of Hanuman was decorated attractively in the Mandir. The devotees visit the temples with Prasad, Flowers and Coconut etc. There were special prayers and Puja conducted on this occasion. They offer their prayers to the deity by chanting Hanuman Chalisa and Aarti.
The lord Hanuman Chalisa , Hawan & Bhajans were also recited  for all the devotees in the mandir whole day. There was special discourses after that Special parsad  Sawa Mani - nearly 50 k.g. of Bundi Laddu  either of Churma and fruits was distributed in the temple.
People from all over West Delhi have come here. All are deeply engaged in their prayers. They have forgotten their families. It feels very good. Men also fast from morning till evening. On this day people offer sweets and fruit, especially bananas, to the god. The devotees visit temples and apply tilak of sindhoor to their foreheads from the Hanuman's body as this is considered to be good luck. Every Hindu now ...forgets that he is a Rajput, a Sikh or a Jat. He has remembered that he is only a devotee.

अजवाइन -III

31 गुर्दे का दर्द ::- 3 ग्राम अजवाइन का चूर्ण सुबह-शाम गर्म दूध के साथ लेने से गुर्दे के दर्द में लाभ होता है।

"32
दाद, खाज-खुजली ::- *त्वचा के रोगों और घावों पर इसका गाढ़ा लेप करने से दाद, खुजली, कीडे़युक्त घाव एवं जले हुए स्थान में लाभ होता है।

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अजवाइन को उबलते हुए पानी में डालकर घावों को धोने से दाद, फुन्सी, गीली खुजली आदि त्वचा के रोगों में लाभ होता है।"

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मासिक-धर्म सम्बंधी विकार : :- *अजवाइन 10 ग्राम और पुराना गुड़ 50 ग्राम को 200 मिलीलीटर पानी में पकाकर सुबह-शाम सेवन करने से गर्भाशय का मल साफ होता है और रुका हुआ मासिक-धर्म फिर से जारी हो जाता है।

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अजवाइन, पोदीना, इलायची सौंफ इन चारों का रस समान मात्रा में लेकर लगभग 50 मिलीलीटर की मात्रा में मासिक-धर्म के समय पीने से आर्तव (माहवारी) की पीड़ा नष्ट हो जाती है।

*3
ग्राम अजवाइन चूर्ण को सुबह-शाम गर्म दूध के साथ सेवन करने से मासिक धर्म की रुकावट दूर होती है और मासिकस्राव खुलकर आता है।"

34
नपुंसकता (नामर्दी) ::- 3 ग्राम अजवाइन को सफेद प्याज के 10 मिलीलीटर रस में तीन बार 10-10 ग्राम शक्कर मिलाकर सेवन करें। 21 दिन में पूर्ण लाभ होता है। इस प्रयोग से नपुंसकता, शीघ्रपतन शुक्राणु की कमी के रोग में भी लाभ होता है।

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सुजाक (गिनोरिया) के रोग में ::- अजवाइन के तेल की 3 बूंदे 5 ग्राम शक्कर में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करते रहने से तथा नियमपूर्वक रहने से सुजाक में लाभ होता है।

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शराब की आदत ::- *शराबियों को जब शराब पीने की इच्छा हो तथा रहा जाये तब अजवाइन 10-10 ग्राम की मात्रा में 2 या 3 बार चबायें।

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आधा किलो अजवाइन 400 मिलीलीटर पानी में पकायें, जब आधा से भी कम शेष रहे तब छानकर शीशी में भरकर फ्रिज में रखें, भोजन से पहले एक कप काढ़े को शराबी को पिलायें जो शराब छोड़ना चाहते हैं और छोड़ नहीं पाते, उनके लिए यह प्रयोग एक वरदान के समान है।"

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मूत्रकृच्छ (पेशाब करने में कष्ट) होना ::- *3 से 6 ग्राम अजवाइन की फंकी गर्म पानी के साथ लेने से मूत्र की रुकावट मिटती है।

*10
ग्राम अजवाइन को पीसकर लेप बनाकर पेडू पर लगाने से अफारा मिटता है, शोथ कम होता है तथा खुलकर पेशाब होता है।"

"38
बुखार ::- *अजीर्ण की वजह से उत्पन्न हुए बुखार में 10 ग्राम अजवाइन, रात को 125 मिलीलीटर पानी में भिगों दें, प्रात:काल मसल-छानकर पिलाने से बुखार आना बंद हो जाता है।
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शीतज्वर में 2 ग्राम अजवाइन सुबह-शाम खिलायें।

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बुखार की दशा में यदि पसीना अधिक निकले तब 100 से 200 ग्राम अजवाइन को भूनकर और महीन पीसकर पूरे शरीर पर लगायें।

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अजवाइन को भूनकर बारीक पीसकर शरीर पर मलने से अधिक पसीना आकर बुखार में बहुत लाभ मिलता है।

*10
ग्राम अजवाइन रात को 100 मिलीलीटर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठकर पानी को छानकर पीने से बुखार मिटता जाता है।

*5
ग्राम अजवाइन को 50 मिलीलीटर पानी में उबालकर, छानकर 25-25 ग्राम पानी 2 घण्टे के अतंराल से पीने पर बुखार और घबराहट भी कम होती है।"

"39
इन्फ्लुएन्जा : :- *10 ग्राम अजवाइन को 200 मिलीलीटर गुनगुने पानी में पकाकर या फांट तैयार कर प्रत्येक 2 घंटे के बाद 25-25 मिलीलीटर पिलाने से रोगी की बैचेनी शीघ्र दूर हो जाती है। 24 घंटे में ही लाभ हो जाता है।

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अजवाइन, दालचीनी की 2-2 ग्राम मात्रा को 50 मिलीलीटर पानी में उबालें। इसके बाद इसे ठंडाकर-छानकर सुबह और शाम पीने से लाभ होता है।

*12
ग्राम अजवाइन 2 कप पानी में उबालें, जब पानी आधा बच जायें तब ठंडा करके छान लें और रोजाना 4 बार पीने से लाभ होता है।"

40
चोट लगने से उत्पन्न सूजन ::- किसी भी प्रकार की चोट पर 50 ग्राम गर्म अजवाइन को दोहरे कपड़े की पोटली में डालकर सेंक करने से आराम जाता है। जरूरत हो तो जख्म पर कपड़ा डाल दें ताकि जले नहीं। किसी भी प्रकार की चोट पर अजवाइन का सेंक बहुत ही लाभकारी होती है।