जानिये अपने रोजगार के अवसर :-
यदि १, २, ६, १०, ११ वे भावों में निम्न ग्रहों की युति हो तो , जातक किस कार्य में सफल होगा :-
यदि १, २, ६, १०, ११ वे भावों में निम्न ग्रहों की युति हो तो , जातक किस कार्य में सफल होगा :-
१. सूर्य+मंगल -डाक्टर, सर्जन , सेना , पुलिस।
२. सूर्य+बुध -सरकारी /अर्द्ध सरकारी /निजी सेवा आवश्यक।
३.
सूर्य+मंगल +बुध
-डाक्टर/वैद्य / नर्स।
४.
सूर्य+बुध+शुक्र-मैटनरी/दांतों
का डाक्टर /मैकेनिक /टाइपिस्ट।
५.
सूर्य+मंगल+केतू-होमिओ
डाक्टर / भट्टा मालिक।
६.
यदि १० वे भाव
में उच्च राशी का मंगल (१०) का होतो -डाक्टर , सेना, या पुलिस में उच्च पद
७.
मंगल
+बुध+गुरू-प्रिंटर, पब्लिशर.
८.
गुरु अथवा
शनि+मंगल+बुध- स्टेनोग्राफर , टाइपिस्ट।
९.
मंगल+बुध+गुरू -
पोस्ट एवं टेलीग्राम, सिंगल।
१०.
गुरू+शुक्र+मंगल
- टेलीफोन विभाग , वायरलेस।
११.
मंगल+बुध -
टेक्नीकल विभाग , कारखाना।
१२.
मंगल+बुध+गुरू -
एजेंट, वकील।
१३. मंगल+बुध +शुक्र - रेलवे, ट्रांसपोर्ट विभाग।
१४. मंगल+गुरू+सूर्य - वित्त विभाग, लेखा अधिकारी।
१५.
मंगल+सूर्य -
स्वास्थ, मेडिकल
विभाग,डाक्टर।
१६.
मंगल+बुध+शनि -
लोहा तथा अन्य धातु उद्योग , डाक्टर।
१७.
मंगल+गुरु
+सूर्य - कानून विभाग, प्रोफ़ेसर।
१८.
मंगल+शुक्र -
टेलरिंग , कढ़ाई , छपाई।
१९.
मंगल+गुरु+शुक्र+सूर्य
- जज, अधिकारी
, प्रबंधक।
२०. मंगल+शनि - इंजीनियर, डाक्टर , ड्राइवर , चोर, डाकू
आदि।
२१.
गुरू+बुध - बैंक ,
सलाहकार,
पुस्तक
विक्रेता।
२२.
गुरू +बुध+राहू - जेल विभाग,
हस्पताल .
२३.
गुरू+बुध+शुक्र - रेडिओ विभाग ,
व्यापारी।
२४.
गुरू+शुक्र+सूर्य - अध्यापक ,
लैक्चरार।
२५.
बुध अकेला - व्यापार ,
उद्योग।
२६.
गुरू+बुध + शुक्र - लोक संपर्क,
सूचना
विभाग।
२७.
शुक्र+बुध - अर्द्ध सरकारी सेवा विभाग।
२८.
बुध+गुरू - वकील,
मैनेजर आदि।