अहमदाबाद। गुजरात के पालनपुर के पास वाडिया गांव का नाम आपने सुना होगा। अगर नहीं सुना तो हम आपको बता दें कि यह गांव वेश्यावृत्ति के लिए मशहूर है। यहां के परिवार स्वेच्छा से अपनी बेटियों, बहनों और कभी-कभी पत्नियों से वेश्यावृत्ति करवाते हैं, ताकि उनका घर खर्च चल सके। दशकों से चली आ रही यह परम्परा अब टूटने जा रही है। जी हां यहां की बेटियां शादी के बंधन में बंधने जा रही हैं वो भी सामूहिक विवाह के माध्यम से।
टीओआई में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक 11 मार्च को इस गांव में सामूहिक विवाह होने जा रहा है, जिसमें 15 लड़कियां शादी के बंधन में बंधेंगी और वेश्यावृत्ति से कोसों दूर घर बसायेंगी। इस विवाह के लिए 2 हजार से अधिक लोगों को न्योता दिया जा चुका है। जिन लड़कियों की शादी होने जा रही है उनमें 7 लड़कियां 18 वष्र की हैं, जबकि बाकी उससे थोड़ी कम आयु की।
परंपरा के मुताबिक अगर ये लड़कियां बाजार में बेची जायें तो उनके सबसे ज्यादा दाम लगेंगे। यह बात गांव के लोग भी जानते हैं। लेकिन अब यह गांव इन सबसे मुक्ति चाहता है।
इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि 18 साल की होने पर किसी लड़की को देह व्यापार में धकेलने के बजाये उसकी शादी रचाई जायेगी। लड़कियों में से एक के पिता और विचारती जाटी समुदाय समर्थन मंच के नेता शर्दा भाटी के मुताबिक इन लड़कियों के माता-पिता इनके वैवाहिक जीवन के लिए तैयार नहीं थे। उन्हें लगता है कि शादी के चक्कर में पड़ने से उनका व्यापार ठप पड़ जायेगा। पेट की खातिर वे चाहते थे कि उनकी लड़कियों के अच्छे दाम लगें, लेकिन एक गैर सरकारी संगठन द्वारा काउंसिलिंग के बाद यह परिवर्तन उनमें दिखाई दिया है।
हम आपको बता दें कि वाडिया गांव की जनसंख्या करीब 750 है, जिनमें 100 से अधिक महिलाएं व लड़कियां स्वतंत्रता के पहले से देह व्यापार करती आ रही हैं। ये परिवार मुख्य रूप से राजस्थान और सौराष्ट्र के सरनिया समाज के हैं।
टीओआई में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक 11 मार्च को इस गांव में सामूहिक विवाह होने जा रहा है, जिसमें 15 लड़कियां शादी के बंधन में बंधेंगी और वेश्यावृत्ति से कोसों दूर घर बसायेंगी। इस विवाह के लिए 2 हजार से अधिक लोगों को न्योता दिया जा चुका है। जिन लड़कियों की शादी होने जा रही है उनमें 7 लड़कियां 18 वष्र की हैं, जबकि बाकी उससे थोड़ी कम आयु की।
परंपरा के मुताबिक अगर ये लड़कियां बाजार में बेची जायें तो उनके सबसे ज्यादा दाम लगेंगे। यह बात गांव के लोग भी जानते हैं। लेकिन अब यह गांव इन सबसे मुक्ति चाहता है।
इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि 18 साल की होने पर किसी लड़की को देह व्यापार में धकेलने के बजाये उसकी शादी रचाई जायेगी। लड़कियों में से एक के पिता और विचारती जाटी समुदाय समर्थन मंच के नेता शर्दा भाटी के मुताबिक इन लड़कियों के माता-पिता इनके वैवाहिक जीवन के लिए तैयार नहीं थे। उन्हें लगता है कि शादी के चक्कर में पड़ने से उनका व्यापार ठप पड़ जायेगा। पेट की खातिर वे चाहते थे कि उनकी लड़कियों के अच्छे दाम लगें, लेकिन एक गैर सरकारी संगठन द्वारा काउंसिलिंग के बाद यह परिवर्तन उनमें दिखाई दिया है।
हम आपको बता दें कि वाडिया गांव की जनसंख्या करीब 750 है, जिनमें 100 से अधिक महिलाएं व लड़कियां स्वतंत्रता के पहले से देह व्यापार करती आ रही हैं। ये परिवार मुख्य रूप से राजस्थान और सौराष्ट्र के सरनिया समाज के हैं।
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