तेज रफ्तार से भागते इस बिजी और तनाव भरे लाइफस्टाइल में हम अपनी सेहत का ध्यान नहीं रख पातें। बेवक्त खाने-पीने, उठने-बैठने की आदतों के कारण हमारा शरीर बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाता है। हाई-लो ब्लड प्रैशर, शुगर और हार्ट से जुड़ी बीमारियां लोगों में आम सुनने को मिल रही है।
हाई ब्लड प्रैशर की परेशानी से जूझते लोगों को आम देखा जाता है, जिसे डॉक्टर हाइपरटेंशन भी कहते हैं। आजकल तो कम उम्र में ही लोगों को यह बीमारी होने लगी है। जब धमनियों में खून का दबाव बढ़ जाता है तो दबाव की इस वृद्धि के कारण दिल की धमनियों पर भी दबाव बढ़ता है और खून का दौरा तेज हो जाता है। इस स्थिति में रोगी के रक्त का दबाव 140/80 से अधिक हो जाता है, जिससे सिर चकराने, आंखों के आगे अंधेरा, घबराहट जैसी परेशानियां महसूस होने लगती हैं।
इसे कंट्रोल करने के लिए लोग ज्यादातर दवाइयों का ही सहारा लेते हैं लेकिन इसी के साथ यह जानना भी बहुत जरूरी है कि इस स्थिति में क्या करना चाहिए और क्या नहीं? ऐसे बहुत सारे कुदरती उपाय भी हैं, जिनकी मदद से हाई बल्ड प्रैशर पर काबू पाया जा सकता है।
हाई ब्लड प्रैशर कंट्रोल करने के 9 कुदरती तरीके
-नमक का सेवन कम करें
ऐसी स्थिति में नमक का सेवन ज्यादा न करें क्योंकि इससे ब्लड प्रैशर और बढऩे का खतरा रहता है। नमक में सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है जो हमारे शरीर के लिए अच्छी नहीं होती इसलिए इस न के बराबर ही लें।
- पोटाशियम वाला आहार
अपने आहार में पोटेशियम युक्त फल और सब्जियों को शामिल करें। रोजाना 2 से 4 हजार मिलीग्राम पोटेशियम का सेवन करने से आप हाई ब्लड प्रैशर को दूर रख सकते हैं। आलू, शकरकंदी, टमाटर, संतरें का रस, केला, राजमा, नाशपति, किशमिश, सूखे मेवे और तरबूज आदि में पोटेशियम काफी मात्रा में होता है।
- डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में फ्लेनोल्डक भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो रक्त वाहिनियों को अधिक लचीला बनाने में मदद करते हैं। शोध में यह बात कही गई है कि डार्क चॉकलेट का सेवन करने वाले 18 फीसदी लोगों में रक्तचाप की कमी आई है।
-चाय
शायद यह नुस्खा आपने पहले कभी न सुना हो। गुलहड़ की चाय पीने से हाई ब्लड प्रैशर की समस्या से बचा जा सकता है। लगातार 2 महीने इस चाय का सेवन करने से रक्तचाप को 7 प्वाइंट तक कम किया जा सकता है।
-शराब और स्मोकिंग छोड़े
एल्कोहल और धूम्रपान की वजह से शरीर में नॉर्मल तरीके खून का संचार नहीं हो पाता, जिससे ब्लड प्रैशर बढ़ता है। धूम्रपान और शराब शरीर के बहुत सारे अंगों पर बुरा प्रभाव डालती है। इससे धमनियां कठोर बन जाती हैं जो रक्त वाहिकाओं को चोट पहुंचती है।
-पॉवर वॉक
पॉवर वॉक यानी तेज गति से चलना। इससे आपका शरीर तो फिट रहेगा ही बल्कि इससे ब्लड प्रैशर को काबू करने में भी मदद मिलती है। एक्सरसाइज करने से दिल मजबूत होता है, जिससे उसकी कार्यक्षमता में इजाफा होता है। हफ्ते में 4 से 5 दिन कार्डियो पर 30 मिनट रनिंग करने से काफी फायदा होता है।
-गहरी सांस लें
स्ट्रैस कैसा भी हो मानसिक या शारीरिक, प्राणायाम और योग जैसी श्वाास प्रक्रियाएं इसे कम करने में मदद करती है। सुबह शाम 5 से 10 मिनट तक योग करना आपके स्वास्थय के लिए फायदेमंद होगा। गहरी-गहरी सांसें लें, इससे आपका पेट पूरी तरह फूल जाएगा और सांसे छोड़ते ही आपकी सारी चिंता भी बाहर निकल जाएगी।
-आराम
काम के बिना बेशक गुजारा नहीं है लेकिन शरीर को आराम देने से भी नजरअंदाज न करें। तनाव भरे काम से मुक्ति पाने के लिए कुछ समय निकाल कर जिम जाएं, व्यायाम करें, खाना पकाएं या फिर सैर करें। इससे आप फ्रैश और रिलैक्स महसूस करेंगे। साथ ही में पूरी नींद लें। स्ट्रैस मुक्त होने से ब्लड प्रैशर भी कंट्रोल में रहेगा।
-संगीत
संगीत सुनने से आत्मा को शांति और स्कून तो मिलता ही है साथ ही खून के तेज दौरे को कम करने में भी काफी मदद मिलती है। अगर आप रोज मद्धम मद्धम संगीत को सुनें तो आपको हाई ब्लड प्रैशर और थकान दोनों से ही मुक्ति मिलेगी।
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