Tuesday, March 15, 2016

कार्य योजना

- सामाजिक कार्य- :

  • किसी भी योजना की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसमें जनभागीदारी कितनी है, अत जनभागीदारी हेतु विशेष जागरुकता अधिमान चलाना।
  • विकलांगो के प्रति मानवीय संवेदना पैदा करना व सभी प्रकार का सहयोग प्रदान करना।
  • साम्प्रदायिक हिंसा के शिकार लोगों हेतु सहानुभूति एवं पूनर्वास व अन्य सहयोग देना ।
  • समाज में वृद्दों के प्रति गिरता ग्राफ एक चिंता का विषय है, अत: वृद्दों के प्रति सहानुभूति व उत्तर दायित्व समझाना तथा वृद्दों से संबंधी कल्याण कार्यक्रमों का संचालन।
  • अनाथों को सनाथ करने हेतु विशेष जाग्रती प्रोग्राम संचालित करना व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना।
  • मानसिक रुप से विक्षिप्तों हेतु आध्यामिक व मानोवैज्ञानिक चिकित्सा प्रदान करना एवं समस्त सहयोग देना।
  • मलिन बस्तियों के सुधार हेतु सुझाव और जनभागीदारी, जन जाग्रति पैदा करना व शासन की समस्त योजनाओं में भागीदारी देना व बालश्रम को रोकने हेतु चेतना।
  • बी- स्वास्थ्य संबंधी- :

    • योग आसन व व्यायाम शाला की सुविधा उपलब्ध कराना।
    • मानसिक सुकून देने हेतु ध्यान(मोडिटेशन) आश्रमों का संचालन करना।
    • शिशुओं से संबंधित जैसे भ्रुण हत्या, लिंग भेद, गर्भधान शिशु स्वास्थ्य मातृत्व, कुपोषण, मातृ दुध व मानसिक प्रभावों व समस्त शिशु संबंधी कार्यक्रमों का संचालन करना।
    • स्वास्थ्य से संबंधी शासन की योजनाओं के कुशल संचालन हेतु कार्यकर्ताओं की आवश्यकता होती है। जैसे आशा कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, दाई, जनस्वास्थ्य रक्षक, प्राधमीनी, डॉक्टर इत्यादि शासन के अनुरुप कुशल संचालन हेतु शासन यदि वृहद स्तर पर इन योजनाओं का संचालन सौपता है तो संचालन करना।
    • सी- राष्ट संबंधी— :
      • साम्प्रदायिक सदभाव हेतु शांति प्रयास करना व सभी प्रकार की भागीदारी देना।
      • धर्म निर्पेक्षता को बढ़ावा देना व परिवार क्या है इसके प्रति व्यापक स्तर पर प्रेरणा व चेतना देना।
      • शब्द द्रोही, आतंकवाद, नक्सलवाद, सामाजिक उन्माद, भ्रष्टाचार के खिलाफ शासन का खुला सहयोग करना।
      • राष्ट्र प्रेम, राष्ट्र भक्ती को बढ़वा देने हेतु विशेष कार्यक्रमों का संचालन।
    • डी- पर्यावरण— :

      • पर्यावरण को नुकसान से बचाने हेतु जन चेतना।
      • जल, थल, नभ संबंधी समस्त प्रदूषण के प्रति जागरुकता जनभागीदारी एवं शासन के कार्यक्रमों का संचालन करना एवं सहयोग करना।
      • वृक्षारोपण पर विशेष कार्य योजना वृक्षों की अवैध कटाई को रोकने हेतु जागृति पैदा करना।
    • ई- ऊर्जा व शिक्षा संबंधी- :

      • ऊर्जा से बचत व ऊर्जा से संबंधी नए वैज्ञानिक प्रयोगों के इस्तेमाल को निचले स्तर तक पहुंचाना जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल ऊर्जा इत्यादि के प्रयोग हेतु प्रोत्साहित करना व नए संसाधनों की खोज।
      • कृषकों को सिंचाई से संबंधित जल सुरक्षा तालाब, डेम, व शासन द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं के प्रति जागरुकता पैदा करना।
      • पहाड़ी एवं आदिवासी क्षेत्रों में विशेष शैक्षणिक कार्यक्रमों का संचालन करना।
      • जहां पर शिक्षा का शून्य प्रतिशत विकास है जैसे भिलाई के क्षेत्र, झाबुआ, बस्तर, नागाजातियों के क्षेत्र व अन्य सम्स जंगली जातियां वहां विशेष रुप से शासन का सहयोग लेकर शिक्षा अभियान चलाना।
      • युवाओं में रोजगार से संबंधित नये रोजगारों के प्रति जागरुक व शासन की समस्त रोजगार योजनाओं का प्रचार प्रसार।
      • शासन की समस्त योजनाओं के प्रारुप का प्रचार व जानकारी ग्राम पंचायतों के प्रारुप का प्रचार व जानकारी ग्राम पंचायतों, कमेटियों को देना तथा ग्राम पंचायतों के कुशलतापूर्वक संचालन हेतु विशेष अभियान चला कर पंचायती राज के विषय में उन्हें शिक्षा देना।
      • अनुसूचित जातियों जनजातियों हेतु चलाई जाने वाली शासन तथा अन्य बड़े सेवी संस्थानों की योजना का लाभ लेने हेतु जनजाग्रति प्रोग्राम।

      एफ- मनोरंजन व संस्कृति सभ्यता- :

      • मनोरंजन छात्र चित्रकलां जनसंदेश फिल्में, लघु फिल्मों का निर्माण कर चेतना में सहयोग।
      • नुक्कड़ नाटक, कौमिक, नृत्य संगीत के माध्यम से जन जाग्रति लाना।
      • संस्कृति संभ्यता, इतिहास व पुरातात्विक महत्व के वस्तु व स्थानों के संरक्षण संबंधी समस्त सहयोग व संचालन करना।

      जी- रोटी कपडा व मकान- :

      • निराश्रितों हेतु आवास व धर्मशालाओं का निर्माण करना।
      • नाममात्र का शुल्क लेकर उन्हें शहरी क्षेत्र में रुकने हेतु – स्थान मुहैया कराना।
      • भूखे कुपोषित व निराश्रितों को निशुल्क भोजन व्यवस्था स्वयं सेवी संस्थाओं से करना।
      • ऐसे जनज्यो को निचले स्तर पर जीवन कर रहे है जिनके पास वस्त्र तक नहीं हैं उन्हें वस्त्रों तथा सोने हेतु कपड़ों का सहयोग प्रदान करना।

      एच-हानिकारक दवाओं संबंधित-:

      • नशा करने वाले लोगों हेतु विशेष नशामुक्ति अभियान।
      • हानिकारक ड्रग्स का जहर बेचने वालों के खिलाफ मुहिम जारी करना।

      आई- समानता संबंधित- :

      • महिलाओँ को समाज में नैतिकता के आधार पर समानता का अधिकार दिलवाना उन्हें पुरूष के समक्ष सम्मान दिलाने हेतु जन चेतना।
      • कन्या के गिरते अनुपात, नारी हत्या, नारी अपराधों, को रोकने हेतु सामाजिक जाग्रति एवं सहयोग देना.
      • दहेज प्रताड़ना, नारी हत्या, नारी अपराधों को रोकने हेतु सामाजिक जाग्रति एवं सहयोग देना।
      • योन शोषण संबंधी विषय पर चेतना।
    • जे- विशेष अभियान- :

    • वैश्यओं को पुर्नवास व शिक्षा, स्वास्थ्य यौन संबंधी शिक्षा देना व मुख्य धारा से जोड़ने हेतु सामाजिक प्रयास जागृत करना।
    • सामाजिक कुरुतियों, अंधविश्वास, पाखण्ड के विरुध जन चेतना फैलना।
    • पंचायत एवं समाज सेवा संचालनालय समाज कल्याण, महिला बाल विकास, मानव संसाधन मंत्रालय संबंधी भारत सरकार की समस्त योजना जो कल्याण हेतु चलाई जा रही है संचालन करना।
    • सिलाई, बुनाई, कढ़ाई, क्राफ्ट, बासकला आदि का प्रशिक्षण देना व सांस्कृति विभाग की सक्रिय योजनाओं का संचालन करना। युवक कल्याण खेल कार्यक्रमों को बढ़ावा देने हेतु पूर्ण सहयोग व संचालन गरीब अनु. जाति, जन जाति, पिछड़ा वर्ग के युवकों को कृषि वनास्पति, पशुपालन, विघुत उपकरण, औजार, चार पहिया, दुपहिया वाहन, मैकानिक, तकनीकि, मद्यनिषेध गैस राहत, आदि विभिन्न शिक्षा एवं प्रशिक्षण देना। जल, थल, नभ के समस्त प्राणियों के प्रति अहिंसा कल्याण, प्रेम जागृत करना व प्राकृतिक अपराधों को रोकने हेतु आनंद अभियान छेड़ना।
    • समस्त प्रकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप, ज्वालामुखि, तूफान, ओला वृष्ट्रि, बाड़, आग, समुद्री सुनामी, प्रकोप इत्यादि से प्रभावित मानव जाति एवं चाराचर जीव के पुन स्थापना एवं राहत बचाव कार्यों में पूर्ण भागीदारी व संचालन।
    • आयुर्वेद, वास्तु, ज्योतिष, जैसे विषयों पर विशेष खोज कर ऋषि परम्परा को आगे बढ़ाना।
    • मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक कलात्मंक विरासत उन्नयन एवं प्रचार हेतु गतिविधियों संचालित करना, साथ ही प्रदेश की लुप्त हो रही प्राचीन लोककलां सास्कृति को उभारने हेतु क्रियान्वयन करना।
    • प्रदेश के खेलकूद के क्षेत्रों में क्रियाशील खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने हेतु योजना क्रियान्वियित करना।
    • प्रदेश के हरिजन आदिवासी पिछड़े वर्ग के कल्याणयार्थ रचनात्मांक योजनाएं तैयार करना और उनके आर्थिक सामाजिक विकास संबंधी प्रयत्न करना।
    • प्रदेश मे व्याप्त निरक्षता को दूर करने हेतु शैक्षणिक संस्थाएं संचालित करना, जिनसे ग्रामीण शहरी उन बच्चों के साथ ही प्रौढ़ व्यक्तियों, महिलाओं को भी शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करना जो कि निरक्षर हैं।
    • जनसंख्या बृद्धि रोकथाम हेतु शासन के परिवार नियोजन कार्यक्रम को जन सापेक्ष्य रुप से प्रचारित करते हुए परिवार नियोजन पर अमल करने हेतु प्रोत्साहित करना।
    • पर्यावरण संबंधी कार्यक्रम के प्रति आम नागरिकों में एक बच्चों में चेतना जागृत करने हेतु योजनाएं संचालित करना।
    • समय-समय पर राष्ट्रीय रचनात्मंक, सृजनात्मंक, सामाजिक व आर्थिक पहलुओं पर आधारित विद्धान विशेषज्ञों के शिक्षाप्रद व्याख्यान आयोजित करना और प्रशिक्षण शिविर व कार्यशालाएं आयोजित करना।
    • संस्था के उद्देश्यों को अग्रसर करने के लिए सुविधानुसार शाखाएं खोलना एवं संचालन करना साथ ही ऐसी अन्य गतिविधियों का उत्तरदायित्व उठाना।
    • संस्था के पास उपलब्ध साधनों का हितकर गतिविधियों के लिए आवश्यक उपयोग करना।
    • संस्था के कार्यों का प्रंबंधन संस्था के नियमों तथा विनियमों के अनुसार समय समय पर विधिवत गठित प्रबन्ध समिति को सौंपा जायेगा।
    • सूचना प्रोद्योगिकी के समस्त सोधनों द्वारा नागरिकों को उनके अधिकारों तथा शासन द्वारा प्रदत्त उनके अधिकारियों को बताना।
    • लोक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं अन्य नीतियों के क्रियान्वयन के लिए लोक नाट्य संस्था बनाकर ग्रामीणों को उन्ही की भाषा में सूचना प्रदान करना।
    • समाजकल्याण विभाग मंत्रायल मानव संसाधन मंत्रालय राज्य सरकार अथवा उनके उपक्रमों द्वारा संचालित सामाजिक कल्याण केन्द्र कार्यक्रमों को प्रचार प्रसार करना एवं सहयोग करना।
    • स्वावलंबी योजनाओं, स्वास्थ्य साहित्य, राष्ट्रीय एकता एवं शांति स्थापना से संबंधित पत्र एवं पत्रिकाओं का प्रकाशन करना।
    • प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा केंद्रों एवं शिवरों का निशुल्क संचालन करना।
    • समय-समय पर संस्था द्वारा संचालित कार्यक्रमों का सफलता पूर्वक तथा प्रासंगिता का परीक्षण करना एवं अन्य हितकारी योजनाओं को मूल उद्देश्यों में संमलित कर उन्हें कार्य रुप में परिणित करना।
    • कृषकों को उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध करवाने में मदद करना एवं कृषकों को उन्नत गुणवत्ता के आदान (बीज, खाद एवं कीटनाशक दवा) उपलब्ध करवाने में मदद करना एवं प्रति एकड़ उत्पादन क्षमता बढ़ाने में मदद करना।
    • बंजर भूमि एवं अनुपयोगी भूमि का उपयुक्त वृक्षारोपण करना ताकि कृषकों अथवा संस्था के लाभाशं के साथ वातावरण को भी बचाया जा सकें।
    • भूमि एवं जल संरक्षण तकनीकि से कृषकों को अवगत करना ताकि भूमि में जल का संरक्षण किया जा सके।
    • अंधापन एड्स कुपोषण, टीवी, कैंसर आदि घातक बीमारियों की रोकथाम हेतु प्रचार प्रसार एवं क्रियान्वयन के लिए सासकीय एवं अशासकीय संस्थाओं के साथ कार्य करना।
    • ग्रामीण युवकों को शिक्षित कर उन्हें ग्रामीण विकास कार्यक्रम की विभिन्न धाराओं से जोड़ना।
    • महिलाओं एवं पुरूषों को सामाजिक कुरीतियों के बारे में बताना।
    • एड्स नशामुक्त, धूम्रपान, अंधविश्वास एवं दहेज प्रथा की बुराईयों को मिटाने के लिए कार्य करना।
    • महिला एवं बाल विकास द्वारा संचालित सभी गतिविधियों में भाग लेना एवं आंगनवाड़ी केंद्रों का संचालन एवं आंगन बाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण एवं इनसे संबंधित प्रचार-प्रसार कार्य करना। नारी उत्पीडन परिवार परामर्श केन्द्र, कानूनी सहायता उपलब्ध कराना।
    • अनुसूचित जन जाति एवं जन जाति के बच्चों, युवाओं एव महिलाओं को निशुल्क शिक्षा प्रदान करना एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना।
    • ग्रामीण विकास के लिए ग्रामवासियों को मुर्गीपालन, मधुमक्खीपालन, पशुपालन, मछलीपालन के संबंध में प्रशिक्षण एवं जानकारी निशुल्क प्रदान करना।
    • शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों हेतु कोशल उन्नयन सामाजिक जागरूकता एवं शासकीय अशासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
    • संगीत, पुस्तकालय, चित्राकलां, व्यग्य, नाट्य, वाद्य यंत्रा योग व्यायम शाला पत्राकारिता के विकास हेतु शिक्षा प्रशिक्षण देना।
    • शासन द्वारा समय-समय पर जारी कल्याणकारी रोजगारमुखी सामाजिक जन चेतना, स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं के लाभों जन साधारण तक पहुंचाना।
    • संस्था के उद्देश्यों के लिए राष्ट्रीय सांसकृतिक सामाजिक और अन्य पर्व मनाने के लिए उत्साहित करना एवं सहायता करना और इनका आयोजित करना।
    • संस्था अपने उददेश्यों को पूर्ति के लिए संस्था की किसी भी चल-अंचल संपत्ति को खरीद सकती है, अथवा निर्माण कर सकती है, रिपेयर कर सकती है, फर्निशड कर सकती है, औऱ ऐसी सम्पत्ति को बेच भी सकती है या बदल सकती है एवं संपत्ति किसी भी वित्तीय संस्था के पास रख सकती है।
    • उपरोक्त सभी उद्देश्यों की पूर्ति के लिए समस्त संबंधित कार्य करना।

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