Saturday, October 31, 2015

आपां हां जिसा ठीक हाँ। आपां न कोई मॉडलिंग थोड़ी करनी ह।

एक दिन ‪#‎झमकुड़ी‬ कोई मैडमां कण बातां करण न गई। बोळी सी मैडमां म न छोटो भाई मान र हरी खेवे तो म्हाड़ी झमकुड़ी न के बेरो के घुट्टी पाई।
पाछी आर मनै बोली क थारा अ कुरता सुरता बण्डी सण्डी चोखी कोनी लागे। आँ न छोड़ो पाछी। म मखो आज तक तो अयाँ बोली कोनी आज ओ के घ्यार हुयो ह।
म पूछ्यो हुयो के बताय तो सरी
जणा बोली ब कई मैडम कह री ही क हरी बावळो होगो क काईं बात है। आजकले अ कुरता पजामा म घुमतो रेवे। सागड़ो फुटरो छोरो ह जको आपको भिगान बिगाड़ राख्यो ह।
म बोल्यो म हूँ बियां ई ठीक हूँ। चाल ह बियां ई चालबा दे। नहीं काल न तेर जीव क घ्यार मण्ड ज्या लो।
झमकुड़ी बोली कियाँ ???
म बी न समझाई क बावळी तने तो राजी होणो चाये। बता जे मेर जिसो फुटरो काचो झाग छोरो पेंट जीन्स अर धोळा बुट्या क्लीन शेव करके क्रीम पाउडर लगार घुमसी
तो कोई इन्द्राणी बर की छोरी छापरी मेर जिसा काचा झाग छोरा न देख क उळझा लेसी। फेर तू काईं करूँ काईं करूँ करती फिरसी।
दुनिया अयाँ ई करे है। आपां हां जिसा ठीक हाँ। आपां न कोई मॉडलिंग थोड़ी करनी ह। जणा जार झमकुड़ी गेल छोड़ी। नहीं म तो सोच्यो आज म्हारला देशी पहनावा को खोटो दिन आयगो।

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