दुःख में तड़प रहा था प्रभु मुद्दतों से मैं ...
दुःख में तड़प रहाहा था प्रभु > मुद्दतों < से मैं
जब आप मिल गये तो सब धन्य मिल गया
तेरी शरण में आकर मैं धन्य हो गया
जन्मों की प्यास थी जो सम्पन्न हो गया
तेरी शरण में आकर प्रभु धन्य हो गया
....
करना कभी न दूर प्रभु चरणों से आप
करना कभी न दूर प्रभु चरणों से आप ....
चरणों के ही सहारे उपवन में मिल गया
तेरी शरण में आकर मैं धन्य हो गया
जन्मों की प्यास थी जो सम्पन्न हो गया
तेरी शरण में आकर मैं धन्य हो गया सम्पन्न हो गया
एक आपका का सहारा साधन में मिल गया
जब आप मिल गये तो सब धन्य मिल गया
दुःख में तड़प रहाहा था प्रभु > मुद्दतों < से मैं
जब आप मिल गये तो सब धन्य मिल गया
तेरी शरण में आकर मैं धन्य हो गया
जन्मों की प्यास थी जो सम्पन्न हो गया
तेरी शरण में आकर प्रभु धन्य हो गया
....
करना कभी न दूर प्रभु चरणों से आप
करना कभी न दूर प्रभु चरणों से आप ....
चरणों के ही सहारे उपवन में मिल गया
तेरी शरण में आकर मैं धन्य हो गया
जन्मों की प्यास थी जो सम्पन्न हो गया
तेरी शरण में आकर मैं धन्य हो गया सम्पन्न हो गया
एक आपका का सहारा साधन में मिल गया
जब आप मिल गये तो सब धन्य मिल गया
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