सेवा में,
श्री अखिलेश यादव, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार
५, कालिदास मार्ग लखनऊ , उत्तर प्रदेश
सुझाव पत्र : १२ सूत्रीय कार्यक्रम
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माननीय मुख्यमंत्री जी ,
सादर प्रणाम करते हुए निवेदन स्वरुप आपको यह पत्र लिख रहा हूँ, यद्धपि मैं जनता हूँ की आप व्यस्त हैं, और प्रदेश के अनगिनत कार्यो के आलावा भी आपको पार्टी की बहुत सारे निर्णय लेने होते होंगे , फिर भी मैं इस पत्र के माध्यम से आपको संक्षिप्त में ही उत्तर प्रदेश और समाजवादी पार्टी के हित में और दोनों के उज्जवल भविष्य के लिए यह पत्र एक शुभ चिंतक के रूप में लिख रहा हूँ ।
लोकसभा चुनाव २०१४ की समाप्ति हो गयी और परिणाम आपके समक्ष हैं , मैं जनता हूँ की आप इसके कारणों का विशलेषण मुझसे अधिक कर सकते हैं, फिर भी मैं उत्तर प्रदेश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते कुछ महत्वपूर्ण विन्दुओं की ओर आपको इंगित करना चाहता हूँ ।
उत्तर प्रदेश में निम्न कार्यो की घोषणा और उसका क्रियान्वन पुरे जोश से होनी चाहिये, यदि आपको ठीक लगे तो सुझाव निम्न प्रकार हैं ।
सुझाव नं ०१ :- सड़क, नाले, पुलिया, पार्को, गली मुहलो की सड़को, इत्यादि के सम्बन्ध में
यदि राज्य सरकार प्रयन्त करे तो रोजगार के साथ व्यवसाय उत्पन कर सकती हैं जिसमे की राज्य की सड़को को प्रति १०० किलोमीटर पर एक निजी ठेकेदारी को टेंडर प्रकिया के द्वारा रख रखाव और उसकी निर्माण और मरम्मत की जिम्मेदारी के साथ ही कम से कम २० लोगो को वार्षिक रोजगार/ नवीनीकरण के साथ योजना बद्ध करके कर सकती हैं जिसको की अपने निगमों के अधिकारियो द्वारा पोषित, संरक्षण और सत्यापितकरण कराकर क्रियान्वन किया जा सकता हैं, साथ ही प्रदेश कोष को भी धरोहर राशि को भी बढ़ाया जा सकता हैं, और प्रगति, विकास और रोजगार एक साथ किये जा सकते हैं । (इस योजना पर विचार सम्बधित विभाग के साथ कर सकते हैं)
सुझाव नं ०२ :- महिला सुरक्षा हेतु महिला पुलिस कर्मियों / नर्सो की नई भर्ती और नए थानो के निर्माण
प्रदेश में महिला अपराध के नियंत्रण के लिए प्रदेश सरकार को नए संशाधन में कम से कम २५००० महिला कर्मियों की नई भर्ती और नए थानो का निर्माण एक बड़ी कोतवाली के अंतर्गत करवाना चाहिए साथ ही नर्सो को भी भर्ती करके भी रोजगार के अवसर और प्रगति के नए आयाम को जोड़ा जा सकता हैं ।
सुझाव नं ०३ :- नए विश्वविद्यालयों और कॉलेज की स्थापना
जैसा की आप जानते ही होंगे की पूर्वांचल के कई जिले अति पिछड़ा और विकास विहीन हैं, जहा के युवा प्रदेश के दूसरे बड़े जिलो या अन्य राज्यों में जाकर अपना समय, पैसा दोनों खर्च करके शिक्षा प्राप्त करते हैं। प्रदेश सरकार को वहा अच्छी शिक्षा वयस्था के लिए और वह के लोगो को आर्थिक सुदृढ़ता और शिक्षा के लिए नए विश्वविद्यालयों, तकनिकी शिक्षा, प्रबंधन, मेडिकल, और अन्य इंटरमीडिएट कॉलेज की स्थापना करनी चाहिए जिसकी घोषणा करके समितियों का गठन कर कार्य को नई दिशा देने के लिए पुरजोर कोशिस करनी चाहिए ।
जिससे की नए रोजगार और नई विकास की लहर प्रदेश में फ़ैल सके और समाजवादी की विचार धारा को बल मिले ।
सुझाव नं ०४ :- नए उद्योगो के सम्बन्ध में
प्रदेश में नए उद्योग के लिए देश के सभी इंडस्ट्रियलिस्ट को एक मीटिंग/ कार्यशाला करके उनको तमाम सुबिधाये देनी चाहिए जिससे की प्रदेश में रोजगार बढे साथ ही रिलायंस जैसे पुराने साथी के सभी प्रोजेक्ट जो आपकी पिछली सरकार जाने के बाद बंद हो गये उसको पुनः शुरू करवा देना चाहिए जैसे रिलायंस के पेट्रोल पंप, विजली और रिलायंस मार्ट इत्यादि, टाटा ग्रुप को अपने प्रदेश में निमंत्रण देना चाहिए की वह बड़े उद्योग लगाये और रोजगार के अवसर पैदा करे, प्रदेश मे लघु उद्योग (टाइटल्स, ब्रिक्स, सेनेटरी आइटम्स, फूड्स, स्टील, आयरन) को बढ़ावा देने के लिए कर्ज और व्याज दर को सरल बंनाने के लिए सार्थक कदम उठाने चाहिए । विदेशी निवेशकों को आमंत्रण और उसके लिए सुबिधाओं को बढ़ावा देना चाहिए । उत्तर प्रदेश के अपने घरेलू उत्पादों को चिन्हित करके उनको बढ़ाना चाहिए । प्रदेश का इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट विभाग सुस्त और निक्क्मा हैं उसको नई ऊर्जा की जरूरत हैं मलाई दर पदो से मलाई निकल कर कार्य की मलाई लाने की जरूरत हैं ।
सुझाव नं ०५ :- बेरोजगार कार्यालायो को सीधे कॉलेज से जोड़ना
प्रदेश के सभी बेरोजगार कार्यालयों को जिलेवार प्रत्येक जिले के कॉलेज से जोड़कर सीधे तौर पर इस कार्यालय को नया रूप दे सकते हैं, क्योकि छात्र बेरोजजारी को दूर करने वाले इस विभाग में अब जंग लग चूका हैं जिसके की नवीनकरण का समय आ गया हैं अब यही इस विभाग का खर्च और सेवा छात्र हितो के लिए कॉलेज के माधयम से ही जोड़ देना चाहिये जिसका की सीधा असर रोजगार से होगा जो रोजगार सृजन करेगा और उसकी जानकारी कॉलेज के माधयम से छात्रों को देगा, यह विभाग कालेजो में ही सरकारी और गैर सरकारी दोनों तरह की नौकरियों को सृजित, सूचित और निर्देशित करेगीं प्रत्येक छात्र को कम से कम ५ बार किसी भी रोजगार में चयनित होने का मौका यह विभाग देगा ऐसा ना होने वाले छात्र को बेरोजगारी की सूचि से नाम रद्द कर दिया जाये और बेरोजगारी भत्ता भी बंद कर दिया जायेगा । इसके दूरदर्शी परिणाम होंगे , इससे बड़े स्तर पर प्रदेश के युवाओ में ऊर्जा का संचार होगा साथ ही पुरानी सडी गली भ्रष्ट व्यस्था भी ख़त्म होगी । इससे पढने वाले शिक्षक के ऊपर भी जिम्मेदारी होगी और प्रदेश का बहुत बड़ा संकट जो की घटते शिक्षा के स्तर में सुधर लाएगा साथ ही रोजगार भी पोषित करेगा ।
सुझाव नं ०६ :- खाद्यया और पेय पदार्थो के लिए
प्रदेश सरकार को ये सुनिश्चित करना होगा की उसके राज्य में उसके यहाँ के निर्मित संसाधनो को बढ़ावा मिले जिससे की प्रदेश में ही बने हुए खाद्य सामग्री और पेय पदार्थ वीके , अन्य राज्यों की तरह इसके विभाग को पुरजोर तरीके से विकसीत करने की जरूरत हैं, जिससे की नए उधोग लगाने के लिए लोग आगे आये, आज राज्य में दूसरे प्रदेशो के खदया और पेय पदार्थ विकते हैं ।
सुझाव नं ०७ :- किसान के हित में
प्रदेश के सभी किसानो को खेती को बढ़ावा देने के लिए खेती और उसकी पैदावार के हिसाब से पुरस्कार योजना घोषित कीजिये । कृषि विभाग को अब नीद से जागाने का समय आ गया हैं । पुरस्कार में यदि किसान का कोई ऋण हैं तो उसको राज्य सरकार सब्सिडी के दायरे में ला सकती हैं, जिससे की कृषि की उपज भी बढ़ जाएगी और किसांन को लाभ भी होगा । अनिवार्य रूप से यदि किसान खेती के लिए विमा कराये, और कृषि वैज्ञानिक को मदद हेतु बुलाये तो हम कृषि में नए रोजगार जोड़ सकते हैं, और कृषि विज्ञानं पढ़े हुए लोगो को नए रोजगार के साथ नई जिम्मेदारी भी दे सकते हैं । अनाज भंडारण के लिए नए गोदामो को निजीकरण करके उसपर सरकार निगरानी कर सकती हैं । उन्नत खेती की फसल को विदेशी ग्राहकों को खरीदने के लिए प्रोत्साहन कर कृषि मेला प्रत्येक जिले में करा सकते हैं । राज्य सरकार किसान को मूल्य तय करने के लिए उसको तीन फसलो में से एक फसल का अधिकार दे कर किसान हितो को पोषित कर सकती हैं जिसकी घोषणा राज्य सरकार समय समय पर कर सकती हैं । किसान यदि कृषि वैज्ञानिको की सलाह या अपने यहाँ रोजगार देने योग्य बन सके इसके लिए पूरी कोशिस करनी चाहिए ।
सुझाव नं ०८ :- विकास प्राधिकरण
सभी विकास प्राधिकरणों को अब निर्देशित कर देना चाहिए की निजी मकानो जिसमे २०० वर्ग मीटर से अधिक में निर्माण किया हुआ हैं का भवन कर बढ़ाकर कर ये भी सुनिश्चित करवाना चाहिए की अब ऊपरी एक मंजिल के नक़्शे को पास करने में कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा। बड़े आबादी वाले शहरो में ऊपरी मंजिलो को पास करने के लिए योजनाये बनाकर राज्य सरकार राजस्व बढ़ा सकती हैं ।
खेती की जमीने जो अब सड़को (राज्य मार्गो ) के किनारे हैं का व्यवसाईकरण करने के नए नियम बना कर राजस्वा बढ़ा सकते हैं ।
सुझाव नं ०९ :- प्रचार परसासर
इस चुनाव में जैसा की दिखा पार्टी और सरकार दोनों ही सोशल मीडिया, संवाद के जरिये, सभाओ में, भाषणो में, रैलियों में, अखबारों में, हर तरह से अपने किये हुए कार्यो को जनता तक पहुचने में विफल रही हैं ।
अब सभी विभागों के कार्यो का करने से पहले और करते हुए जनता तक पहुचाने के लिए पुरजोर तरीके से प्रचार प्रसार वीडियो, मैगज़ीन, अख़बार, सभा, रैली, भाषणो के जरिये, इत्यादि इत्यादि से । लाभार्थियों का वीडियो से उसकी पुष्टि , प्रिंट मीडिया के द्वारा इत्यादि । पार्टी को समय के साथ चलते हुए अपनी प्रचार टीम सुगठित करने की जरूरत हैं, ठेकेदारी के अब प्रचार की प्रथा पुरानी बात हो गयी ।
( आप चाहे तो मैं आपको मिलकर इसपर विस्तार से बात कर सकते हैं )
सुझाव नं १० :- पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ हो चुनाव निशान
सस्ता और असरदार प्रचार का तरीका यही हैं, की प्रदेश में हर कार्यकर्त्ता को किसी न किसी माध्यम से पार्टी के निशान को प्रदर्शित करे जैसे ब्रोच को शर्ट में लगाकर पार्टी कार्यालय जाये छात्र सभा अपने कॉलेज में उसको लगा कर जाये इत्यादि ।
सुझाव नं ११ :- कृषि और सिचाई विभाग को बैंक और विमा केन्द्रो से सीधे तौर पर जोड़ा जाये जिसके लिए एक ही विभाग गठन किया जाये ।
किसान को उचित कृषि ऋण, कृषि उपकरण खरीद और उसके विमा को सरल तरीके से लाभान्वित करना ।
सुझाव नं १२ :- पुलिस प्रणाली में फेर बदल
मुझे यह कहने में परहेज नहीं की जातिवाद का सबसे बड़ा अड्डा अगर प्रदेश में कोई हैं तो वह हैं पुलिस विभाग जहा समाजवाद नाम की गुंजाइस नहीं हैं, इस विभाग में भाईचारे की बहुत कमी हैं, इस लिए अब राज्य सरकार को इस परिपाटी को तोड़ने के लिए एक प्रसंसनीय कदम उठाने की जरूरत हैं, राज्य सरकार को अब चाहिए की अपराध की रोकथाम और उसकी सही जानकारी के लिए प्रदेश के सभी जिलो के बड़े थानो को ऑनलाइन करके जोड़ देना चाहिए । जहाँ एफ आई आर की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर देना चाहिए जिसे पुलिस की जबाब देही और जिमेदारी बढ़ेगी इसके लिए राज्य सरकार चाहे तो ऑनलाइन एफ आई आर की जांच और उसके निस्तारण के लिए नए पदो का सृजन कर सकती हैं और उसके लिए सुविधा शुल्क भी लागु कर सकती हैं ।
उपरोक्त १२ सूत्रीय कार्यक्रम के लिए आपकी मौजूदा सरकार के लिए ३ वर्ष कम हैं लेकिन यदि सही कर्मठी व्यक्ति आपको मिल जाये तो मुस्किल भी नहीं हैं और आप इन कार्यक्रमों के माध्यम से सरकार को नई ऊर्जा के साथ ही अपने पिता जी की छवि से बहार भी निकल कर देश, प्रदेश में अपना खुद का नया आयाम दर्ज करा सकते हैं ।
मैं यह जनता हूँ की मुझे वाकई नही पता चलेगा की आपने मेरा यह पत्र पढ़ा भी या नहीं यदि पढ़ लिया तो मैं आपको आपके बेशकीमती समय के लिए धन्यवाद कहता हूँ , साथ ही यह भी कहना चाहता हूँ की हो सकता हैं की इन १२ सूत्रिय कार्यो में सभी कार्य आप कर भी रहे हो उसके लिए आपको शुभकामनाये यद्धपि मैंने आपको लिखा, जबकि मैं आपकी पार्टी का ना ही सदस्य हूँ, ना ही कभी मैंने आपकी पार्टी के लिए झंडा उठाया, न टोपी पहनी, ये पत्र मैं अपने पिता की बजह से लिख रहा हूँ, जो आपके पिता के अन्य भक्त हैं, और दुःख में हैं ।
यह एक साधारण पत्र हैं, जिसे आपके कई बड़े पदाधिकारी सिरे से नकार सकते हैं, क्योकि इसमें दी गयी योजनाये लागु करना आसान नहीं हैं, और अधिकारी जिम्मेदारी से भागने के लिए कई प्रयत्न कर सकते हैं, जबकि आप अन्य राज्यों की योजनाओं के बारे में सोचेंगे तो शायद समझ पायेगे की अन्य राज्यों में ऐसा हो रहा हैं । चीन जैसे देश में सड़क योजनाओ और उसके रख रखाव को आप अध्यन करेंगे तो मेरे सुझाव उसके काफी करीब पाएंगे ।
राज्य की जनता सरकार चुनती हैं, उमीद करती हैं, की उसकी नई सरकार उसके घर के रसोई का ख्याल रखेगा, और जो रख पाता हैं, जनता उसे कभी नहीं छोड़ती ।
आप साफ नियत से आगे बढ़िए, नई ऊर्जा के साथ, ये सोच कर की आगे, मेरा शासन हो या ना हो, मैं अपना पूरा प्रयत्न करूँगा, तब आप ही जीत जायेंगे ।
यदि आपको कभी लगे की आपको मैं कुछ सहयोग कर सकता हूँ तो मैं अपने को कृतज्ञ समझूंगा यदि आप मुझे कभी अपने छोटे भाई के तौर पर बुलायेगें तो अवश्य आऊंगा ।
आपका अपना यादव वर्ग ही नहीं सम्पूर्ण पिछड़ा समाज और अन्य अनुसूचित जतिया व् जन जातिया आपके सरकार से बहुत अपेक्षा रखती हैं और यह भी सोचती हैं की प्रदेश में उनका भविष्य चापलूसी की राजनीती से आप आगे निकाल कर उनके हितो की बात करेंगे ।
सवर्ण राजनीती को साधने और उनके हितो को भी ध्यान रखने के लिए अपने जो योजना चलाई वह सराहनीय और दूरदर्शी प्रयास हैं, उसको और तेजी से प्रसार करने की जरूरत हैं।
सर्वविदित हैं की समाजवादी पार्टी की राजनीती मुस्लिम हितो के संरक्षण में अति जागरूक हैं लेकिन ऐसा करने में समाज के अन्य वर्गों में मतभेद उभरते ही हैं जिससे की तनाव काम माहौल बन जाता हैं इसके लिए सरकार को जान जाग्रति करने के लिए बड़े मठो, समन्वादी लोगो, और मुस्लिम समुदाय के अनुयाइयो की बैठक समय समय पर करने की जरूरत अब महसूस होने लगी हैं ।
मुझे ऐसा लगता हैं की आपकी सरकार सर्व धर्म समभाव के नारे के साथ इसको धार दे सकती हैं।
अपने पत्र को यही विराम देते हुए यह भी आपको आश्वस्त करता हूँ की आके भी लिखूंगा और सच के लिए यदि खिलाफत में भी लिखना पड़ा तो आपको लिखकर भेजूंगा इसके साथ मैं आपको नई ऊर्जा के साथ शुभ कामनाओ और ढेरों बधाई देता हू, की आप प्रगतिशील रहे ।
प्रणाम _/\__
आपका भवदीय
विषय : सरकारी दफ्तरों में फिजूल खर्ची पर रोक जरूरी
श्रीमान जी,
मैं राजीव कुमार यादव आपकी पार्टी “आम आदमी पार्टी” का मेंबर संख्या 9000568369 से जुड़ा हुआ एक सदस्य हूँ ।
मैं निम्न लिखित बातो पर माननीय मुख्यमंत्री जी का ध्यान दिलाना चाहता हूँ
१. मोटी तनख्वाह लेने वाला सरकारी कर्मचारी अपने घरो से सरकारी गाडियो में अपने दफ्तर जाता है जिस पर करोडो रूपये सरकार के फुजूल में खर्च होता है, सरकारी वाहन का दुरपयोग भी होता है
A ) साहेब ऑफिस गए नहीं और गाड़ी माँगा और परिवार के साथ घूमने चल दिए और बिल फाड़ा सरकार के नाम,
B ) सरकारी वाहन से ऑफिस जाने वाला कर्मचारी पूरी जिंदगी आम आदमी कि परेशानी नहीं समझ पता और उलटे आम आदमी पर रौब जमता है कि पता नहीं कहा से आ गया परेशान करने ।
२. सरकारी कर्मचारी को कुछ विभाग में पढने के लिए हर साल न्यूज़ पेपर का पैसा दिया जाता है वह पेपर तो पढ़ता नहीं बिल जरूर कैश करा लेता है ।
३. सरकारी कर्मचारी को सरकारी फ़ोन का खर्चा दिया जाता है जिसका वह बेवजह इस्तेमाल वह आपने निजी कार्यो पर करता है ।
४. दिल्ली जैसे शहर में बिजली के दाम अपने आप कम हो जाये अगर जाड़े के दिनों में सरकारी दफ्तरों से हीटर जैसे ज्यादा बिजली खर्च करने वाले उपकरण पर प्रतिबन्ध लग जाये , और गरीबो का हक़ उनके घर तक बिजली के रूप में पहुचे ।
५. उपयोग ना होने पर दफ्तरों में चलने वाले कंप्यूटर उपकरणों को बंद कर दिया जाये ना कि सरकारी कर्मचारी उसपर फेसबुक ट्विटर और गेम खेलने में उपयोग करे ।
मैं आशा करता हूँ कि श्री मान जी मेरी बात पर थोडा समय लेकर विचार करेंगे ।
आपका छोटा भाई जैसा ही “आपका आम आदमी “
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