Friday, April 8, 2016

शिक्षा पर कविता

शिक्षा एक अनमोल रत्न है,गली-गली लगाओ नारा l
एक साथ सब मिलझुलकर,बोलो शिक्षा का जयकारा l
शिक्षा ही महान बनाती, शिक्षा ही जीना सिखाती l
बिन शिक्षा पशु है मानव फैला दो ये बात जग सारा l
गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा I

शिक्षा जैसा दान नही, शिक्षा से बडा कोई काम नही l
शिक्षा से ही जमीर जागता, शिक्षा से ही अज्ञान भागता l
जब शिक्षित होगा नर-नारी, तभी मिटेगी दिक्कत सारी l
शिक्षा से ही तन मन खिलता,फैला दो ये बात जग सारा l
गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा I

शिक्षा से लोभ, लालच मिटे तृष्णा, शिक्षा से ही मिले कृष्णा l
शिक्षा से संस्कार मिले, शिक्षा से शिष्टाचार मिले l
शिक्षा से ही दौलत आती, शिक्षा ही मुकाम दिलाती l
शिक्षित व्यक्ति भूखा नही रहता, फैला दो ये बात जग सारा l
गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा I

शिक्षा में असली जान है, शिक्षा गीता का ज्ञान है l
शिक्षा में छुपे प्रकृति के राज,जिसे कहते हम विज्ञान है l
शिक्षा से ही राज मिले, शिक्षा से ही ताज खुले l
शिक्षा ही इतिहास पलटती, फैला दो ये बात जग सारा l
गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा I

जब पढोगे, तभी बढोगे, बनोगे एक दूजे का सहारा l
विकास के पथ पर चलना है तो, खत्म करो नफरत का अंगारा l
शिक्षा ही बाईबल का कोना, शिक्षा ही मक्का मदीना l
शिक्षा ही वेदों का सार, शिक्षा ही रब का दरबार l
शिक्षित ही अधिकार मांगता, फैला दो ये बात जग सारा l
गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा I

शिक्षा ही स्वरूप बनाती, शिक्षा ही राह दिखाती l
शिक्षा दीपक की वो लौ है,जो राज खोलती तिलिस्म का सारा l
लिख फलसफा तकदीर का, बहा देती अमृत की धारा l
शिक्षा रही है हिन्द की धरोहर, शिक्षा पवित्र जैसे मानसरोवर l
फिर शिक्षा में क्यों पिछडे हम, फैला दो ये बात जग सारा l

गली-गली लगाओ नारा, शिक्षा से मिटता अंधियारा I

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