Sunday, May 15, 2016

छोटे-छोटे सेवा कार्यो से मिलती बडी सफलता

उदयपुर, रोटरी क्लब मेवाड उदयपुर की ओर से शनिवार से दो दिवसीय शताब्दी मल्टी डिस्ट्रिक ट्रेनिंग असेम्बली (रोटरी फाउण्डेशन शताब्दी वर्ष)कार्यऋम का आगाज गोवर्धन विलास स्थित होटल इन्दर रेजडेन्सी में हुआ। इस कार्यऋम में राजस्थान और गुजरात के 700 से ज्यादा रोटेरियन भाग ले रहे है। 
अतिथि रोटेरियन ज्ञानेश्वर राव ने कहा कि कठिन से कठिन कार्यो को सेवा कार्यों के माध्यमों से किस प्रकार पूर्ण किया जाए, इसकी जानकारी देने के लिए यह ट्रेनिंग असेम्बली ओाजित की जा रही है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह कार्यऋम निश्चित रूप से अपने उद्देश्य को पूरा करेगा। नई टेक्नोलोजी के साथ- साथ इस कार्यऋम से अच्छे आईडिया भी मिलेंगे।
रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3051 के प्रान्तपाल निर्वाचित रोटेरियन दिनेश ठक्कर ने कहा कि छोटे- छोटे कार्यों में भी बडी उपलब्धि हांसिल की जा सकती है। रोटरी ने सेवा के फलक पर काम करते- करते दुनिया को पोलिया जैसी बीमारी से मुक्त कराया। अब पोलियो से पूर्णतः मुक्ति का बहुत ही कम फासला बचा है। उन्होंने रोटरी मेम्बरशिप को बढावा देने पर जोर देते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा नौजवानों को जोड कर उन्हें सेवा कार्यों के लिए तैयार करना है। रोटरी का दायित्व है कि वह अच्छे से अच्छे मानव तैयार कर संस्कारित संसार बसाये।
रोटेरियन अशोक कापडिया ने रोटरी क्लब के सेवा कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोग रोटरी से जुडते गये और कारवां बढता गया। उन्होंने कहा कि कोशिशें आखिरी सांस रहने तक करनी चाहिये क्योंकि मंजिल मिले या तजुर्बा दोनों ही नायाब हैं।
मुख्य वक्ता रोटेरियन भगवत याज्ञिक ने कहा कि हर अच्छे काम के पीछे कोई अच्छे उद्देश्य का होना जरूरी है। अच्छे कामों को करते- करते एक दिन उसकी डोर लालच के हाथ में आ जाती है और हम उद्देश्य से भटक जाते हैं। लालच इंसान को उस जगह पर ले जा कर खडा कर देते है जहां पर स्वयं को स्वयं देखने में भी शर्म महसूस होती है, लेकिन रोटरी अपने उद्देश्य और सिद्धान्त पर कायम थी, है और रहेगी। 
उन्होंने कहा कि सेवा कार्य करते- करते अनजाने में व्यक्ति के जीवन में एक चीज पैदा हो जाती है और वह है इगो, अहंकार। जब कोई उसे सीखाता है या ट्रेनिंग की बात करता है तो व्यक्ति का अहंकार बोलता है कि आज मेरे दिन ऐसे आ गये हैं मुझे तुमसे सीखना पडेगा। ऐसा नहीं होना चाहिये। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति चाहता है कि जिन्दगी सीधी लाईन की तरह हो लेकिन ऐसा होता नहीं है। परेशानियां और कठिनाईयां तो जीवन में आती ही है। जीवन मे कभी हार नहीं माननी चाहिये। ईश्वर ने हमें धरती पर हारा हुआ इन्सान बना कर नहीं बल्कि हर जंग जीतने के लिए भेजा हैं। उन्होंने हर कार्य को करने से पहले नैतिकता और नैतिक मूल्यों पर जोर देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जीवन में कोई भी फैसला लेने से पूर्व अपने अन्तरआत्मा की आवाज जरूर सुन लेनी चाहिये। 
रोटेरियन यशवन्त कोठारी ने कहा कि रोटरी दुनिया का सबसे विशाल संगठन है। प्रत्येक स्तर पर ट्रेनिंग प्रोग्राम होते हैं। राटरी अध्यक्ष होना ही अपने आप में गर्व की बात है। प्रत्येक रोटेरियन अपने इरादों में जीत की गूंज रखता है तभी आज रोटरी हर सेवा के क्षेत्र में सबसे आगे खडा है।
रोटेरियन निर्मल सिंघवी ने कहा कि ट्रेनिंग असेम्बली उदयपुर में होना सभी के लिए गर्व की बात है। उन्होंने रोटरी में सेवा ही सर्वोपरी होती है। इसी भावना के साथ रोटरी आगे बढ रही है।
प्रान्तपाल निर्वाचित रोटेरियन रमेश चौधरी ने कहा कि पिछले 20 वर्षों से रोटरी क्लब उदयपुर यह बेस्ट क्लब है। उन्होंने उदयपुर डिस्ट्रीक के सभी क्लबों से मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। रोटरी फाउण्डेशन द्वारा 100 वर्ष पूरे करना ही अपने आप में बडी बात है। इस दौरान सेवा कार्यों में रोटरी ने सेवा कार्यों में अनूठा कीर्तिमानों को रच दिया है। दुनिया को पोलिया मुक्त करने का रोटरी का मकसद लगभग पूरा हो गया है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान में पेालियो के कुल 14 मामलें ऐसे मिल गये थे जिन्हें भी शीघ्र समाप्त कर 2017 तक रोटरी दुनिया को पोलियो मुक्त बनाने में सफल हो जाएगा।
प्रारम्भ में रोटरी क्लब मेवाड के संरक्षक एवं कार्यक्रम चेयरमेन हंसराज चौधरी ने अतिथियों का स्वागत के दौरान फ्रेंडशिप और फेलोशिप पर जोर देते हुए कहा कि हमें यही सोच कर कार्य करना है कि हमने समाज को क्या दिया है और क्या देना है। इस कार्यऋम के लिए 90 क्लबों का रजिस्ट्रेशन हुआ है जो अपने आप में एक रिकार्ड है। रोटरी क्लब मेवाड ने एक ऑन लाईन वेबसाईट भी तैयार की है जिस पर मात्र 25 दिनों में 50 रजिट्रेंशन किये जा चुके हैं। रोटरी मेवाड ने अपने स्थापना के 15 वर्ष पूरे किये हैं जिसमें सेवा कार्यों कीं एक महान उपलब्धि इस क्लब के नाम है। इस दो दिवसीय शताब्दी मल्टी डिस्ट्रिक ट्रेनिंग असेम्बली के लिए सभी ने उनका आतिथ्य स्वीकार किया उसके लिए पूरे रोटरी मेवाड अतिथियों का आभारी है।
कार्यऋम की शुरूआत में अतिथियों ने मां सरस्वती की तस्वीर के सम्मुख दीप प्रज्वलन किया और एन्जल, मुस्कान और सलोनी ने सामूहिक भक्ति नृत्य के साथ ईशवन्दना प्रस्तुत की। इससे पूर्व सभागार में उपस्थित रोटेरियन को रोटरी क्लब मेवाड उदयपुर की स्थापना से लेकर अब तक किये गये सेवा कार्यों का एक लघु फिल्म के माध्यम से बताया।
कार्यऋम के अन्तिम चरण में रोटारी इन्टरनेशल की ओर दिया जाने वाला पुरस्कार हर्षद उदेसी को प्रदान किया गया। इसके बाद रोटरी की ओर से प्रकाशित एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया। अन्त में आभार मुकेश चौधरी ने किया। संचालन लोकेश जैन ने किया।
केप्शनः-रोटरी क्लब मेवाड- स्मारिका का विमोचन करते अतिथि-
-----------------------------------------------------------------------------
उदयपुर प्रदेश के खान, वन व पर्यावरण तथा उदयपुर जिले के प्रभारी मंत्री राजकुमार रिणवा ने कहा है कि ज्ञान व मंत्र ब्राह्मणों की ईश्वर प्रदत्त शक्ति है, इसके आधार पर हमारे पुरूषों ने समूचे विश्व का मार्गदर्शन किया है।हमें अपनी शक्ति व भक्ति से इस परम्परा को बनायें रखना है।
प्रभारी मंत्री रिणवा सोमवार शाम को सेक्टर-११ स्थित श्रीमद् वल्लभाचार्य पार्क में भगवान परशुराम जयन्ती पर आयोजित भगवान परशुराम जी की षोडशोपयार पूजा, अर्चना, हवन कार्यक्रम के पश्चात् आयोजित सभा का मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गौर और ब्राह्मणों का हित करने के लिये प्रभु भी स्वयं धरती पर अवतार लिया हैं। हम अपनी शक्ति व महत्ता को पहचाने और उसके अनुरूप व्यवहार करें।
बालिका भ्रूण हत्या पर चिन्ता व्यक्त करते हुए रिणवा ने कहा कि मां के रूप में अमृत व आनन्द केवल नारी शक्ति ही दे सकती हैं।
उन्होंने कहा कि शंकराचार्य व मण्डन मिश्र के शास्त्रार्थ को निर्णायक 
मिश्र की पत्नी थी और उसने निर्णय शंकराचार्य के पक्ष में दिया। नारी शक्ति के विवके व न्याय का यह अनुपम उदाहरण हैं।
रिणवा ने कहा कि जब-जब धरती पर अत्याचार व अनाचार बढा है, पृथ्वी पर प्रभु ने स्वयं अवतार लिया है। परशुराम अवतार भी इसी श्रृंखला में एक आवेशावतार हुआ हैं।

No comments:

Post a Comment