Saturday, May 7, 2016

भवन निर्माण विभाग में भष्टाचार

नई दिल्ली। अवैध निर्माण, अतिक्रमण व सरकारी प्लाटों पर कब्जा पर नियंत्रण करने की जिम्मेदारी जिस विभाग के ऊपर है वह अपनी जिम्मेदारी निभाने की जगह आंख मुंदने की कीमत वसूल कर जहां भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे है वहीं महानगर दिल्ली के स्वरूप को भी बिगाड़ने का कार्य कर रहे हैं दैनिक इंडिया दर्पण प्रारम्भ से इस बात का पक्षधर रहा है कि कानून सभी के लिए एक समान होनी चाहिए लेकिन ऐसा नजर नहीं आ रहा । अवैध् निर्माण दिल्ली की गम्भीर समस्या है, जिस प्रकार जाली नोटों का भारतीय बाजार में आना । जाली नोट बाजार में चलाते वक्त अगर व्यक्ति पकड़ा जाय तो वह अपराधी लेकिन जाली नोट छापने वालों को नहीं रोका जाय तो क्या जाली नोट मार्केट में आने से रूक सकता है, उसी प्रकार अवैध् निर्माण कर बिल्डर मकान बेचकर चले जाते है और एम.सी.डी. उसे बुक करके छोड़ देती है, जब दबाव पड़ता है तो सील कर देती है या तोड़ देती है लेकिन अवैध् निर्माण करने वाले बिल्डरों उन्हें संरक्षण प्रदान करने वाले भवन निर्माण विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाइ नहीं होने के कारण सर्वोच्य न्यायालय, उच्च न्यायालय, उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री व निगमायुक्त के सख्त निर्देश के बावजूद रूकने की जगह लगातार बढ़ती ही जा रही है। अवैध् निर्माण, सरकारी प्लाटों पर भू-माफियाओं द्वारा कब्जा दिल्ली में संगठित अपराध् के बाजार में बड़े-बड़े सफेदपोशों ने अपने कालाधन को छुपा रखा है। दिल्ली में यह चर्चा अकसर सुनाइ पड़ती है कि दिल्ली में दो तरह से पैसे कमाया जाता है यहां कमीन या जमीन ही पैसा कमाता है बांकी सब जिन्दा रहने कि लिए मेहनत करता है| मोती नगर विधनसभा क्षेत्रा अन्तर्गत आने वाले चारों निगम क्षेत्र मानसरोवर गार्डन, कीर्तिनगर, मोती नगर व कर्मपुरा निगम क्षेत्र पर भाजपा के निगम पार्षद है, विधायक भी भाजपा के है लेकिन अवैध् निर्माण, सरकारी भूमि पर अतिक्रमण और डी.डी.ए. व नगर निगम के सरकारी प्लाटों पर कब्जे के मामले उजागर हुए, समाचार पत्रों में खबर छपी और डी.डी.ए. ने उस पर अपना अधिकार बताया। सवाल यह उठता है कि डी.डी.ए. व एम.सी.डी. के प्लाटों पर जब कब्जा हो रहा था, अवैध् बिल्डिंग बन कर खड़ी हो रही थी उस वक्त विभाग कहां सोया हुआ था। सबसे दिलचस्प व जांच का विषय यह है कि इन भू-माफियाओं व भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाइ अब तक क्यों नहीं की गइ जो सरकारी प्लाटों पर कब्जा कर अवैध् निर्माण करने का कार्य किया। मजे की बात तो यह है कि विभाग को जब शिकायत की जाती है और उन्हें बताया जाता है कि सरकारी प्लाट पर भू-माफिया कब्जा कर रहा है तो ये कार्रवाइ करने की जगह , भू-माफियाओं व अवैध् निर्माणकत्र्ताओं को यह बता देते हैं कि अमुख व्यकित, अमुख समाचार पत्रा ने शिकायत की है उसे चुप कराओ। भू-माफिया , अवैध् निर्माणकत्र्ता उस व्यकित व समाचार पत्रा पर दबाव बनाता है, रिश्ता नाता की दुहाइ देता है, खरीदने का प्रयास करता है और नहीं मानने पर प्राणघातक हमला तक कराने से गुरेज नहीं करता। पुलिस रिकार्ड में इस तरह के मामले आज भी दर्ज है लेकिन भू-माफिया , अवैध् निर्माणकत्र्ता आज भी मजे में कानून की धज्जिया उड़ा रहे हैं और सरकार व कानून की मदद करने वाला अपने प्राणों की सलामती के लिए ईश्वर से प्रार्थना व वरिष्ठ अधिकारियों, राजनेताओं व न्यायालय की चौखट पर मथ्था पटक न्याय मांगता पिफर रहा है। यह स्थिति सम्पूर्ण दिल्ली की है। इंडिया दर्पण सिपर्फ उत्तरी दिल्ली नगर निगम के करोलबाग जोन स्थित मोतीनगर विधानसभा क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले चार निगम क्षेत्रों के संदर्भ में लगातार समाचार प्रकाशित कर सरकार व कानून का ध्यान आकृष्ट करने का प्रयास कर रहा है कि किस प्रकार इस क्षेत्र में बिल्डर माफिया - भवन निर्माण विभाग के भ्रष्ट अधिकारी, उन्हें संरक्षण प्रदान करने वाले सफेद पोश, कानून की धज्जिया उड़ाकर करोड़ों- करोड़ रूपये भ्रष्टाचार को बढ़ावा देकर अर्जित किया है और लगातार अर्जित कर रहे है और इंडिया दर्पण को खामोश करने का अपनी तरफ से सभी हठकंडे अपना रहे हैं। मोतीनगर विधनसभा क्षेत्र व चारों निगम क्षेत्रा जब पश्चिम जोन में था उस वक्त भी तत्कालीन एस.सी. नवीन वर्मा ने बिल्डरों को कहा कि इस अखबार को चुप नहीं कराओगे तो क्षेत्र में अवैध् निर्माण रूक जायेगा और इंडिया दर्पण पर काफी दबाव डाला गया और उस पर हमला भी किया गया लेकिन इंडिया दर्पण के सम्पादक ने सत्यमेव जयते के सिद्धांत को नहीं छोड़ा और एस.सी. नवीन वर्मा को अपने पद से हटना पड़ा। अब यह क्षेत्र करोलबाग जोन भवन निर्माण के अन्तर्गत आ चुका है और इंडिया दर्पण लगातार अवैध् निर्माण के खिलाफ आवाज उठा रहा है। अब करोलबाग जोन भवन निर्माण विभाग के अधिकारी बिल्डरों को बरगला रहे है कि इस अखबार को चुप कराओ। पुन: इंडिया दर्पण पर दबाव प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से बनाया जा रहा है कि अवैध् निर्माण के खिलाफ खबर ना छापे। इंडिया दर्पण सत्य मेव जयते के सिद्धांत पर चलता रहेगा। एक बार फिर यह स्थिति बन रही है कि पुन: इंडिया दर्पण पर हमला होगा। मोतीनगर के एक युवक पर पहले ही बिल्डर माफियाओं व अवैध् निर्माणकत्र्ता के गुंडों द्वारा हमला किया जा चुका है और जो इन बिल्डरों, भू-माफियाओं , भ्रष्ट अधिकारियों व उन्हें संरक्षण देने वाले सफेदपोशों के खिलाफ आवाज उठायेगा उन्हें ये संगठित गिरोह खामोश अवश्य करेगा।, यह परम्परा कायम हो चुका है| 

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